Manoj Tiwari: महेंद्र सिंह धोनी को लेकर पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी ने एक बड़ा बयान दिया है जिसमें उन्होंने बताया है कि धोनी उन्हें पसंद नहीं करते थे और यही वजह है कि क्रिकेट में उन्हें ज्यादा मौके नहीं मिले हैं। इस बयान ने क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है।
महेंद्र सिंह धोनी की गिनती उन चुनिंदा नामों में होती है जो भारतीय क्रिकेट टीम को एक ऊंचाई पर पहुँचाया है। धोनी एक मात्र ऐसे कप्तान हैं जिन्होंने तीनों ICC ट्रॉफी – टी20 विश्व कप, वनडे विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी अपनी कप्तानी में भारत को दिलाई है। धोनी को अपने खिलाड़ियों का समर्थन करने वाले कप्तान के रूप में भी जाना जाता है। लेकिन बंगाल के एक अनुभवी खिलाड़ी ने धोनी पर भेदभाव का गंभीर आरोप लगाया है।
आपको बता दें कि पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी हैं। मनोज तिवारी बंगाल के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में गिने जाते हैं। उनका मानना है कि धोनी के भेदभाव के कारण उन्हें भारतीय टीम में उतने मौके नहीं मिले जितना उन्हें मिलना चाहिए था और इसी वजह से वह देश के लिए ज़्यादा नहीं खेल पाए।
मनोज तिवारी को नहीं मिला समर्थन
मनोज तिवारी ने हाल ही में क्रिकट्रैकर को एक इंटरव्यू दिया जिसमें उन्होंने धोनी पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “धोनी को हर कोई पसंद करता है। उन्होंने अपनी कप्तानी से खुद को साबित किया है। मैं हमेशा कहता हूँ कि उनकी नेतृत्व क्षमता बेहतरीन थी। लेकिन मेरे मामले में, मुझे नहीं पता, इसका जवाब सिर्फ़ वही दे सकते हैं। लेकिन मुझे लगता है कि कुछ खिलाड़ी ऐसे थे जिन्हें वह बहुत पसंद करते थे और उनका पूरा समर्थन करते थे।”
उन्होंने आगे कहा, “यह बात सभी जानते हैं, लेकिन खुलकर नहीं कहते। इसलिए क्रिकेट में पसंद-नापसंद हर जगह होती है। इसलिए मैं खुद को उन लोगों में मानता हूँ जिन्हें वह पसंद नहीं करते थे। वह मुझे पसंद नहीं करते थे।”
लगातार अच्छा प्रदर्शन किया
मनोज तिवारी ने कहा कि लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी उन्हें वह सम्मान नहीं मिला जिसके वह हकदार थे। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि धोनी के अलावा, तत्कालीन कोच डंकन फ्लेचर और चयनकर्ता ही इसका जवाब दे सकते हैं। मुझे अभी तक इसका जवाब नहीं मिला है। मैंने पहले भी कहा है कि जब मैं धोनी के सामने आऊँगा, तो उनसे ज़रूर पूछूँगा कि मुझे टीम से बाहर करने की मुख्य वजह क्या थी। 100 रन बनाने के बाद भी मुझे टीम से बाहर क्यों किया गया।”
आपको बता दें कि वर्ष 2011 में वेस्टइंडीज़ की टीम भारत दौरे पर आई थी। इस दौरे पर तिवारी ने पाँचवें वनडे मैच में शानदार शतक जड़ा और टीम को जीत दिलाई। उन्होंने अपना अगला वनडे मैच जुलाई 2012 में खेला और चार विकेट लेकर टीम को जीत दिलाई।

