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Dhanteras 2025: धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदना क्यों होता है शुभ? जानें पीछे का गहरा रहस्य और धार्मिक महत्व

Dhanteras 2025: धनतेरस के दिन सोने-चांदी, बर्तन के अलावा नई झाड़ू बेहद खरीदना शुभ माना जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं ऐसा क्यों है? तो चलिए जानते हैं यहां इसके पीछे का धार्मिक महत्व

Published by chhaya sharma

Dhanteras 2025: हिंदू धर्म में धनतेरस के त्योहार को बेहद शुभ माना जाता है, क्योंकि यह दिन धन, समृद्धि और ऐश्वर्य के देवता कुबेर जी और भाग्य-वैभव की देवी माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है और यह दिन कुबेर देव और माता लक्षमी को खुश करने के लिए बेहद शुभ माना जाता है. धनतेरस के दिन सोने-चांदी, बर्तन के अलावा नई झाड़ू खरीदना शुभ माना जाता है, ऐसा करने से घर में सुख, समृद्धि और बरकत बनी रहती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि धनतेरस के दिन झाड़ू क्यों खरीदनी चाहिए? इसके पीछें क्या महत्व है, लेकिन सबसे पहले जानते हैं कब है धनतेरस?  

साल 2025 में कब है धनतेरस (Dhanteras 2025 Date?)

हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है. साल 2025 में ये तिथि 18 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 18 मिनट पर शुरू हो रही है, जो 19 अक्टूबर को दोपहर 01 बजाकर 51 मिनट तक रहेगी. उदय तिथि के अनुसार धनतेरस का त्योहार 18 अक्टूबर के दिन मनाया जाएगा.

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क्यों खरीदी जाती है धनतेरस पर झाड़ू?

  • धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदना इसलिए शुभ माना जाता है, क्योंकि झाड़ू को माता लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है. धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदने से घर में सुख-समृद्धि आती है और धन में वृद्धि होती है, इसके अलावा दरिद्रता भी दूर होती है. झाड़ू से घर की साफ-सफाई होती है और माता लक्ष्मी साफ-सुथरा घर बेहद पसंद है और उसी में वो वास करती हैं और ऐसा होने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.
  • मां लक्ष्मी का प्रतीक: हिंदू धर्म में झाड़ू को देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है, जो धन और समृद्धि की देवी हैं. इसलिए धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदना शुभ होता है. धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदने से घर में धन-दौलत की बरकत होती है और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है.
  • दरिद्रता का नाश: झाड़ू से घर की गंदगी साफ होती है और साफ-सफाई माता लक्षमी को बेहद पसंद हैं, इसलिए धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदनी चाहिए और घर की सफाई करनी चाहिए, ऐसे करने से नकारात्मक ऊर्जा और दरिद्रता दूर होती है  और सकारात्मकता ऊर्जा का संचार बढ़ता है.

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है. पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें. Inkhabar इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है.

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