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Vastu Guru Manyyaa Exclusive : 2 अगस्त 2025 का सूर्यग्रहण: 21वीं सदी का सबसे लंबा सूर्यग्रहण, क्या भारत में दिखेगा?

2 अगस्त 2025 को सूर्यग्रहण लगेगा। यह अभी तक का सबसे बड़ा सूर्यग्रहण होगा। इस दिन कुल 6 मिनट के लिए अंधेरा छा जाएगा।

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Solar Eclipse: 2 अगस्त 2027 को दुनिया एक अनोखी खगोलीय घटना की गवाह बनेगी। इस दिन पूरी तरह का सूर्यग्रहण (Total Solar Eclipse) होगा, जो 21वीं सदी के सबसे लंबे ग्रहणों में से एक माना जा रहा है। इस ग्रहण में कुछ जगहों पर 6 मिनट 23 सेकंड तक पूरा अंधेरा छा जाएगा, जो आमतौर पर होने वाले सूर्यग्रहणों से कहीं ज्यादा लंबा है। आमतौर पर पूर्ण सूर्यग्रहण 2 से 3 मिनट तक ही होता है।

कहां-कहां दिखेगा ये ग्रहण?

यह ग्रहण यूरोप, नॉर्थ अफ्रीका और मिडल ईस्ट यानी मध्य पूर्व के कुछ हिस्सों में साफ तौर पर देखा जा सकेगा। खासकर स्पेन (Cadiz), ट्यूनिशिया, अल्जीरिया, लीबिया, मिस्र, सऊदी अरब, यमन, ओमान और यूएई के दक्षिणी हिस्सों में यह बहुत शानदार नजर आएगा। मिस्र का लक्सर शहर इस बार का सबसे अच्छा लोकेशन माना जा रहा है, जहां सबसे ज्यादा 6 मिनट 23 सेकंड तक पूर्ण सूर्यग्रहण देखा जाएगा।

भारत में दिखेगा या नहीं?

हां, भारत में कुछ हिस्सों में आंशिक सूर्यग्रहण (Partial Solar Eclipse) जरूर दिखेगा। हालांकि यहां पूर्ण अंधेरा नहीं होगा। भारत के जिन राज्यों में यह ग्रहण आंशिक रूप से दिखाई देगा, उनमें राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र और गोवा शामिल हैं। यहां सूर्य का लगभग 10% से 30% हिस्सा ढक जाएगा, जो स्थान और समय के अनुसार थोड़ा बहुत अलग होगा।

भारत में कब और कितना समय दिखेगा?

भारत में यह आंशिक सूर्यग्रहण शाम के वक्त करीब 4 बजे से 6 बजे के बीच दिखाई देगा। हालांकि कुछ जगहों  मुंबई और गोवा जैसे पश्चिमी तटीय इलाकों में सूरज के अस्त होने की वजह से इसकी दृश्यता कम हो सकती है।

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क्यों है ये ग्रहण इतना खास?

इस बार का सूर्यग्रहण इसलिए अलग है क्योंकि चंद्रमा उस समय पृथ्वी के सबसे नजदीक होगा, जिससे वो और बड़ा दिखाई देगा। वहीं, पृथ्वी उस वक्त सूर्य से थोड़ी दूर होगी, जिससे सूर्य थोड़ा छोटा दिखाई देगा। इस परफेक्ट मैच के कारण चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह ढक सकेगा और वो भी लंबे समय तक।

इसके अलावा, ग्रहण की लाइन धरती के इक्वेटर (equator) के पास से गुजरेगी, जिससे चंद्रमा की परछाई धीरे-धीरे आगे बढ़ेगी और कुल अंधकार का समय और बढ़ जाएगा।

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भारत में सूर्यग्रहण का धार्मिक महत्व

भारत में सूर्यग्रहण को सिर्फ एक खगोलीय घटना नहीं, बल्कि एक धार्मिक घटना भी माना जाता है। मान्यता है कि राहु और केतु जैसे ग्रह सूर्य और चंद्रमा को निगल लेते हैं, जिससे ग्रहण लगता है। इस दौरान लोग उपवास रखते हैं, मंदिर बंद कर दिए जाते हैं और स्नान आदि जैसे शुद्धिकरण के काम किए जाते हैं।

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