Shaadi Season: हिंदू धर्म में शादी में कई सारे रिति रिवाजों की मान्यता है. जिनका पालन करते हुए शादी की परंपरा को पूरा किया जाता है. अगर धार्मिक मान्यताओं की बात की जाए तो शादी के सीजन की शुरूआत देवउठनी एकादशी से पौष माह तक रहता है. पौष माह के शुरू होने के बाद शादी समारोह होना बंद हो जाते हैं. तो आइए जानते हैं कि इस माह में ही क्यों होती है शादियां?
देवउठनी एकादशी के बाद क्यों शुरु होता है शादियों का सीजन?
देवउठनी एकादशी के बाद शादियों का सीजन इसलिए शुरू होता है क्योंकि इस दौरान भगवान विष्णु अपनी चार महीने की योगनिद्रा के बाद जागते हैं और इसी के साथ चतुर्मास की समाप्ति होती है. जिसके बाद से ही सारे शुभ कार्यों की शुरूआत हो जाती है.
नवंबर में सबसे ज्यादा शुभ मुहूर्त
द्रिक पंचांग के अनुसार नवंबर महीने में शुभ कामों के लिए कुल 14 मुहूर्त हैं. इनमें से शादी का सबसे अच्छा समय देवउठनी एकादशी के बाद से होता है. नवंबर महीने में 2, 3, 6, 8, 12, 13, 16, 17, 18, 21, 22, 23, 25, 30 तारीख मंगल कार्य के लिए शुभ हैं. इन मुहूर्तों में शादी विवाह करना काफी शुभ माना जाता है. नवंबर में विवाह के प्रमुख शुभ मुहूर्त 18 नवंबर, 22 नवंबर, 23 नवंबर, 24 नवंबर, 25 नवंबर, 29 नवंबर और 30 नवंबर है.
300 साल पुराने इस मंदिर में खुद प्रकट हुई थी राधा रानी! मांगी हुई हर मनोकामना होती है पूरी, हैरान रह जायेंगे चमत्कार सुनकर
दिसंबर में कम शुभ मुहूर्त मिलेंगे
दिसंबर महीने में शादी के लिए सिर्फ दो शुभ मुहूर्त हैं- 4 दिसंबर 2025 गुरुवार और 5 दिसंबर 2025 शुक्रवार. इसके बाद खरमास और शुक्र अस्त के चलते लगभग डेढ़ महीने तक शादी-विवाह पर रोक लग जाएगी. यानी दिसंबर के बाद कुछ समय तक बैंड-बाजा शांत रहेगा.

