Karva Chauth 2025: सालभर के इंतजार के बाद आखिर वो दिन आ ही गया जब पत्नियां अपने पतियों की लंबी उम्र के लिए करवा चौथ का व्रत रखती हैं और खुद को दुल्हन की तरह सजाती हैं. वहीं आपको बताते चलें कि करवा चौथ का व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है. इस साल करवा चौथ का व्रत 10 अक्टूबर, शुक्रवार को है. करवा चौथ का व्रत निर्जल रखा जाता है, इस व्रत में अन्न और जल का सेवन भी वर्जित होता है. शाम को चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद व्रत तोड़ा जाता है. मान्यता है कि इस व्रत को रखने से पति की आयु लंबी होती है और वैवाहिक जीवन सुखमय होता है. लेकिन, करवा चौथ व्रत के दौरान कुछ नियमों का पालन करना बेहद जरूरी होता है. मान्यता है कि करवा चौथ व्रत के दौरान कुछ गलतियां करने से व्रत का पूरा फल नहीं मिलता है. आज हम आपको बताएंगे कि करवा चौथ व्रत के दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं ?
इस तरह मनाए करवा चौथ
1. कुछ जगहों पर व्रत के दौरान सरगी खाने का रिवाज़ है, जबकि कुछ जगहों पर इस परंपरा का पालन नहीं किया जाता. इसलिए, व्रत को अपनी रीति-रिवाज़ों के अनुसार ही करना चाहिए
.2. इस दिन महिलाओं को सोलह श्रृंगार करने चाहिए.
3. शाम को चंद्रमा के दर्शन और अर्घ्य देने के बाद करवा चौथ का व्रत तोड़ना चाहिए.
4. करवा चौथ व्रत में मिट्टी के बर्तन का उपयोग किया जाता है और करवा माता की कथा सुनी जाती है.
5. करवा चौथ व्रत में भगवान शिव, देवी पार्वती, भगवान गणेश और कार्तिकेय की पूजा की जाती है.
6. इस दिन अपनी क्षमतानुसार सुहाग का सामान, अन्न और धन दान करना चाहिए.
करवा चौथ पर भूलें से भी न करें ये गलतियां
1. बेहतर होगा कि इस दिन आप वाद-विवाद से बचें और सुख शांति से अपना दिन गुजारें .
2. इस बात का खास ध्यान रखें कि आपको नकारात्मक विचारों से दूर रहना है.
3. करवा चौथ व्रत के दिन किसी का अपमान न करें.
4. इस दिन झूठ, छल और कपट से दूर रहें.
5. करवा चौथ पर काले कपड़े पहनने से बचें. हिंदू धर्म में काले रंग को शुभता का प्रतीक नहीं माना जाता है.
6. इस दिन पति-पत्नी को झगड़ा नहीं करना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से करवा देवी नाराज़ हो सकती हैं.
कब है करवा चौथ ?
इस वर्ष करवा चौथ का व्रत 10 अक्टूबर को मनाया जाएगा. चतुर्थी तिथि गुरुवार, 9 अक्टूबर को प्रातः 2:49 बजे से प्रारम्भ होकर शुक्रवार, 10 अक्टूबर को प्रातः 12:24 बजे तक रहेगी. इस व्रत में चंद्रमा का विशेष महत्व होता है.

