Guru Tegh Bahadur Anmol Vachan: सिखों के 9वें गुरु तेग बहादुर जी का 350वां शहीदी दिवस 24 नवंबर 2025 को मनाया जाएगा. गुरु तेग बहादुर जी, जिन्होंने सिख धर्म स्थापना की थी. गुरु तेग बहादुर जी भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति थे और धार्मिक स्वतंत्रता और सहिष्णुता के प्रतीक रहे हैं. उनका शहीदी दिवस उनकी शहादत का स्मरण कराता है. यहां पढ़ें उनके अनमोल विचार.
अनमोल विचार (Anmol Vachan)
1.गुरु तेग बहादुर कहते थे कि हर प्राणी के लिए अपने मन में दया का भाव रखना चाहिए. घृणा और नफरत से केवल विनाश होता है.
2.गुरु तेग बहादुर जी का कहना था कि व्यक्ति चाहे तो गलतियों को क्षमा कर सकता है, इसके लिए उसके अंदर उनको स्वीकार करने का साहस होना चाहिए.
3.गुरु तेग बहादुर ने कहा था कि हार और जीत आपकी सोच पर निर्भर करता है. आप जैसा सोचते हैं, वैसा ही परिणाम आपको मिलता है.
4.गुरु तेग बहादुर के मुताबिक एक सज्जन व्यक्ति वह होता है, जो कभी भी जाने या अनजाने में किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाता है.
5.गुरु तेग बहादुर का कहना था कि छोटे-छोटे कार्यों से ही महान कार्य बनते हैं.
6.सच्चाई और धर्म की रक्षा के लिए हमें अपने प्राणों की आहुति देनी चाहिए.
7.जो व्यक्ति दूसरों के अधिकारों की रक्षा करता है, वह सच्चा वीर होता है.
8.धर्म से बड़ा कोई धन नहीं, और जीवन से बड़ा कोई बलिदान नहीं.
9.तुम शांति से रहो, लेकिन धर्म की रक्षा के लिए संघर्ष करो.
10.रक्त नहीं, सत्य और धर्म से शक्ति मिलती है.
11.जो इंसान धर्म के लिए संघर्ष करता है, वह सदैव अमर रहता है.
12.धर्म की रक्षा करना, समाज की रक्षा करना है.
13.ईश्वर की राह पर चलना और सत्य बोलना ही सबसे बड़ा कर्म है.
14.धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान करना सबसे बड़ा पुण्य है.
15.सच्चे धर्म की राह पर चलने वाला कभी हार नहीं सकता.
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है. पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें. Inkhabar इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है.

