Diwali 2025: दिवाली हिंदू धर्म का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है. यह केवल अंधकार दूर करने का त्योहार ही नहीं है, बल्कि यह एक शुभ दिन भी है जब देवी लक्ष्मी अपने भक्तों के घरों में सुख, समृद्धि और सौभाग्य लेकर आती हैं. धार्मिक मान्यताओं और ज्योतिष के अनुसार, दिवाली की रात जलाए गए दीयों को सीधे ज़मीन या फर्श पर नहीं रखना चाहिए. दीयों के नीचे कुछ विशेष और शुभ वस्तुएँ रखने से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में धन, शांति और समृद्धि बढ़ती है. आइए जानते हैं दीयों के नीचे रखी जाने वाली तीन महत्वपूर्ण वस्तुएं
दीपकों को आसन पर रखना क्यों जरूरी है
सनातन धर्म की मान्यताओं के अनुसार, दीयों को अग्नि देवता का रूप माना जाता है. किसी भी देवता को सीधे जमीन पर नहीं रखा जाता, क्योंकि इसे अपमान माना जाता है. चावल, रोली या अन्य अनाज का आसन रखकर दीपक को अर्पित करने से दीपक का सम्मान बना रहता है और उसके शुभ फल कई गुना बढ़ जाते हैं.
दीये के नीचे रखने के लिए 3 शुभ वस्तुएं
इन वस्तुओं का उपयोग न केवल दीये के लिए आधार प्रदान करता है, बल्कि घर में सकारात्मक ऊर्जा को भी बढ़ाता है:
अक्षत
चावल, जिसे अक्षत भी कहा जाता है, हिंदू धर्म में शुभता, पवित्रता और पूर्णता का प्रतीक माना जाता है. अक्षत के बिना कोई भी पूजा अधूरी मानी जाती है. ज्योतिष के अनुसार, चावल शुक्र ग्रह से संबंधित है, जो भौतिक सुख, धन और समृद्धि का कारक है. दीये के नीचे चावल रखने से शुक्र ग्रह की स्थिति मजबूत होती है, जिससे परिवार के सदस्यों के लिए धन और समृद्धि सुनिश्चित होती है. दीया जलाने से पहले, दीये के नीचे एक चुटकी साबुत चावल को आसन के रूप में रखें.
हल्दी
हल्दी को देवी लक्ष्मी का निवास माना जाता है. हल्दी सौभाग्य और विस्तार का प्रतीक है. हल्दी, विशेष रूप से गांठदार हल्दी, शुभ और लाभकारी मानी जाती है. हल्दी मंगल और बृहस्पति दोनों से संबंधित है. मंगल ऊर्जा और साहस प्रदान करता है, जबकि बृहस्पति समृद्धि और ज्ञान प्रदान करता है. दीये के नीचे हल्दी रखने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह तेज होता है और नकारात्मकता दूर होती है. दीपक के नीचे चावल रखने के बाद, उस पर थोड़ा सा हल्दी पाउडर या हल्दी की एक छोटी गांठ रखें.
सिक्का
सिक्का धन के आगमन और स्थिर लक्ष्मी के आह्वान का प्रतीक है. दिवाली की रात सिक्का रखने से एक प्रकार का धन आकर्षण यंत्र बन जाता है. यह अनुष्ठान सीधे देवी लक्ष्मी को आपके घर में स्थायी रूप से निवास करने के लिए आमंत्रित करता है. धातु से बना सिक्का, समृद्धि की स्थिरता और स्थायित्व का प्रतिनिधित्व करता है. दीपक के नीचे चावल और हल्दी के साथ एक सिक्का रखें. पूजा समाप्त होने के बाद, इस सिक्के को निकालकर अपनी तिजोरी या धन भंडारण स्थान पर रख दें ताकि पूरे वर्ष धन और समृद्धि का निरंतर प्रवाह बना रहे.
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