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सिर्फ सोना-चांदी नहीं, धनतेरस पर धनिया खरीदना भी लाता है अपार सुख-समृद्धि!

क्या आपने कभी सोचा है धनतेरस पर सिर्फ सोना और चांदी ही नहीं, बल्कि धनिया खरीदना भी क्यों शुभ माना जाता है? इसके पीछे छुपा है घर में समृद्धि, खुशहाली और पॉजिटिव एनर्जी का रहस्य...

Published by Anuradha Kashyap

Why Buy Dhaniya On Dhanteras 2025: धनतेरस इंडियन कल्चर में सबसे इम्पोर्टेन्ट त्योहारों में से एक है, इसे धन, समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है. इस दिन लोग सोना, चांदी और बाकि शुभ वस्तुएँ खरीदते हैं लेकिन कई लोग नहीं जानते कि धनिया जैसी रोजमर्रा की चीज़ भी इस दिन खरीदने के लिए काफी ज्यादा शुभ मानी जाती है. धनिया न केवल खाना बनाने में उपयोगी है बल्कि इसे खरीदने से घर में खुशहाली और समृद्धि आती है, इसका महत्व धार्मिक और वास्तु शास्त्र दोनों से जुड़ा हुआ है.

धनिया का धार्मिक महत्व

धनतेरस पर धनिया खरीदना शुभ माना जाता है क्योंकि इसे समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य का प्रतीक माना जाता है, धार्मिक मान्यता के अनुसार, धनिया घर में पॉजिटिव एनर्जी लाता है और नेगेटिव शक्तियों को दूर करता है. कई जगहों पर इसे पूजा में भी शामिल किया जाता है यह केवल खाने की सामग्री नहीं, बल्कि आस्था का भी प्रतीक बन जाती है. धनिया खरीदने से घर में सुख-समृद्धि का वातावरण बनता है और पूरे परिवार में खुशी और स्वास्थ्य की वृद्धि होती है.

रसोई और घर में समृद्धि का प्रतीक

धनिया न केवल खाने का स्वाद बढ़ाता है बल्कि इसे खरीदना घर में भरपूर समृद्धि का संकेत देता है वास्तु शास्त्र के अनुसार, धनतेरस पर मसाले खरीदना, विशेषकर धनिया, घर के कोने में रखने से धन और खुशहाली बनी रहती है. रसोईघर में इसे रखना आर्थिक समृद्धि को बढ़ावा देता है इसके अलावा, इसे खरीदने और इस्तेमाल करने से रोज़मर्रा के जीवन में खुशहाली आती है. 

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सांस्कृतिक और पारिवारिक महत्व

धनतेरस पर धनिया खरीदना सिर्फ वास्तु या धार्मिक कारणों तक सीमित नहीं है यह पारिवारिक परंपरा और सांस्कृतिक महत्व भी रखता है. परिवार के सभी सदस्य इस दिन विशेष प्रकार की सामग्री खरीदते हैं, धनिया के माध्यम से घर की रसोई में खुशियों और उत्साह का वातावरण बनता है. बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएँ सभी इसे उत्सव के हिस्से के रूप में मानते हैं.

Anuradha Kashyap
Published by Anuradha Kashyap

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