Chandra Grahan Ke baad nahana kyu hai zaroori: पूरे देश में साल 2025 में दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण 7 सितंबर से रात 9 बजकर 57 मिनट से शुरू होकर 8 सितंबर 1 बजकर 26 मिनट तक चलेगा। ये चंद्रग्रहण कुल 3 घंटे 38 मिनट तक लगने वाला है। इसे ज्योतिष और वैज्ञानिक दोनों दृष्टि से खास माना जाता है। तो आइए जानते हैं कि चंद्रग्रहण के बाद नहाना क्यों जरूरी होता है?
चंद्र ग्रहण के बाद नहाना क्यों होता है जरूरी? (Chandra Grahan ke baad nahana kyu hai zaroori)
कई लोग ऐसा मानते हैं कि चंद्र ग्रहण के बाद नहाना क्यों जरूरी होता है. तो इसके पीछे कुछ धार्मिक और वैज्ञानिक कारण छिपे हैं।
- पुराणों में कहा गया है कि ग्रहण, संक्रांति, यज्ञ या संतान के जन्म जैसी स्थितियों में शुद्ध होना जरूरी होता है. इसलिए ग्रहण के बाद नहाना चाहिए।
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ग्रहण के दौरान शरीर अशुद्ध हो जाता है जिस वजह से उसे पवित्र करने के लिए नहाना चाहिए।
- ग्रहण के दौरान नकारात्मक ऊर्जाएं शरीर में प्रवेश कर सकती हैं, इसलिए मन और शरीर में सकारात्मकता लाने के लिए स्नान करना जरूरी होता है।
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विज्ञान क्या कहता है? (Myths vs Reality Lunar Eclipse)
- धार्मिक मान्यताओं से हटकर अगर हम विज्ञान की बात करें तो इस हिसाब से भी ग्रहण के बाद स्नान करना चाहिए।
- विज्ञान के अनुसार ग्रहण के दौरान वातावरण में रोगाणु और बैक्टीरिया तेजी से फैल जाते हैं, जिसकी वजह से आपको ग्रहण के बाद जरूर स्नान करना चाहिए।
- चंद्रमा की रोशनी का नकारात्मक प्रभाव शरीर पर पड़ता है जो शरीर की प्रतिरक्षा क्षमता को कमजोर कर सकता है।
ये कुछ वजह है जिनकी वजह से चंद्रग्रहण के बाद नहाना जरूरी हो जाता है। क्योंकि इसकी धार्मिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी मान्यता है। चंद्रग्रहण के दौरान वातावरण में नकारात्मकता हो जाती है, जिसे कम करने के लिए नहाना जरूरी होता है।

