क्या आपने कभी देखा है कि आपका कुत्ता कुछ लोगों पर तो खूब भौंकता है, जबकि कुछ लोगों के सामने बिलकुल शांत रहता है? दरअसल, इसमें कई गहरे कारण छिपे होते हैं। यह सिर्फ एक सरल प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि कई भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक संकेतों का नतीजा होता है। इस बारे में हम बातें तो खूब करते हैं लेकिन, इसकी वजह नहीं जानते। तो आज हम आपको इसकी वजह से ही रूबरू करवाएंगे।
सबसे पहले, कुत्तों की सूंघने की क्षमता इंसानों से कहीं ज़्यादा तेज होती है। वो लोगों पर लगे अनूठे गंध- जैसे किसी जानवर की खुशबू, परफ्यूम या फसल-खेतों से जुड़े नोएब को पहचान लेते हैं, जिससे कुछ लोगों के सामने वे सहज महसूस नहीं करते।
शरीर-भाषा से गहरा संबंध
फिर, उनका शरीर और भाषा से भी गहरा संबंध होता है। किसी की चाल, आवाज का सुर या उनके दृष्टिगत व्यवहार- उदाहरण के लिए, तेज या झुक कर बात करना, कुत्तों के लिए प्रतिबिंबित रूप से संदिग्ध या धमकी देने वाला हो सकता है। वहीं, दूसरी ओर कुछ लोगों के सामने वो नहीं भौंकते- यह जरूर हो सकता है कि वो उन्हें धमकीपूर्ण न समझते हों, न ही आपस में किसी विशेष संबंध के कारण उत्साहित होते हों। इस तरह का न भौंकना भी एक तरह का आरामदायक संकेत होता है।
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पुराने डर का प्रभाव
अंत में, आपके कुत्ते का पिछले अनुभव या किसी पुराने डर का प्रभाव, वह किसी विशेष व्यक्ति की उपस्थिति में उभर सकता है। शायद उस व्यक्ति में किसी पुराने डर की झलक हो। वहीं, कुछ लोग जिनके साथ उन्हें अच्छा अनुभव रहा हो, उन पर वे शांति से प्रतिक्रिया देते हैं। कुल मिलाकर, कुत्तों का यह व्यवहार कि वो कुछ लोगों पर भौंकते हैं और कुछ पर नहीं, उनकी सूंघने की क्षमता, शरीर और भाषा की समझ, क्षेत्रीय स्वभाव और पिछले अनुभवों का मिश्रित परिणाम हो सकता है।
Disclaimer: इनखबर इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

