Non-Veg Street Food: भारत में तेजी से स्ट्रीट फूड कल्चर में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिली है. खास बात ये है कि यहां पर अलग-अलग व्यंजनों को पसंद करने वालों की संख्या सैकड़ो में है. कोई चाट, पाव भाजी या डोसा को पसंद करता है. तो कोई मांसाहारी (Non-vegetarian) व्यंजनों के पीछे पागल है. इस कड़ी में कई शहरों में मांसाहारी स्ट्रीट फूड के लिए खास लोकेशन बनाई गई है.
लखनऊ, हैदराबाद, कोलकाता और दिल्ली जैसे शहरों में, खाना सिर्फ़ एक भोजन नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक अनुभव है. यहां पर कई व्यंजनों को सदियों से निखारने का काम किया है. चलिए एक-एक करके इन पांच प्रसिद्ध शहरों में बन रहे मांसाहारी स्ट्रीट फूड के बारे में जान लेते हैं.
लखनऊ (Lucknow)
लखनऊ मांसाहारी स्ट्रीट फूड के मामले में देश में टॉप पर है. उत्तर प्रदेश की राजधानी नवाबी और मुगलई व्यंजनों की समृद्ध विरासत समेटे हुए है. शहर के हर कोने में तीखे कबाबों की खुशबू फैली रहती है, जिन्हें बेहतरीन तरीके से ग्रिल किया जाता है. यहां के सबसे प्रतिष्ठित व्यंजनों में से एक है गलौटी कबाब. इसे चखने के लिए सबसे मशहूर जगह है टुंडे कबाब, जो चहल-पहल वाले अमीनाबाद इलाके में स्थित है. गलौटी के अलावा, आपको छोटी-छोटी दुकानों और सड़क किनारे की दुकानों पर सीख कबाब, बोटी कबाब और निहारी कुलचा भी मिल जाएगा.
हैदराबाद (Hyderabad )
हैदराबाद दुनिया भर में अपनी बिरयानी के लिए जाना जाता है, लेकिन यहां का स्ट्रीट फूड इससे कहीं बढ़कर है. इस शहर में मुगलई और निजामी प्रभाव साफ दिखाई देता है, जो यहां के मांसाहारी स्ट्रीट फूड में साफ दिखाई देता है. यहां के अनोखे व्यंजनों में से एक है पत्थर का गोश्त. यह व्यंजन मसालेदार मांस को गर्म पत्थर की पटिया पर पकाकर बनाया जाता है. हलीम, जो मांस, दाल, गेहूं और मसालों से बना धीमी आंच पर पकाया जाने वाला हलवा है. रमजान के दौरान यह एक प्रमुख आकर्षण बन जाता है.
शहर के ईरानी कैफ़े इसकी स्ट्रीट फ़ूड संस्कृति में एक नया आयाम जोड़ते हैं. यहां लोग कबाब या कीमा बन जैसे मीट स्नैक्स की छोटी प्लेटों के साथ ईरानी चाय का आनंद लेते हैं. चारमीनार और मोजमजही मार्केट जैसे इलाके अपनी चहल-पहल वाली खाने-पीने की गलियों के लिए मशहूर हैं.
कोलकाता (Kolkata)
कोलकाता ने भारत को उसके सबसे पसंदीदा स्ट्रीट फ़ूड में से एक ‘काठी रोल’ दिया है. ये रोल रसीले कबाब, प्याज़ और चटनी से भरे पराठों से बनाए जाते हैं. ये झटपट बनने वाले, स्वादिष्ट और चलते-फिरते लोगों के लिए एकदम सही हैं. कोलकाता में रोल संस्कृति 20वीं सदी की शुरुआत से चली आ रही है, जब निजeम के रेस्टोरेंट ने उन दफ़्तरों में काम करने वालों के लिए यह व्यंजन बनाया था जो बिना हाथ गंदे किए कबाब खाना चाहते थे. आज, शहर भर के स्टॉल चिकन, मटन या मछली के साथ काठी रोल के अनगिनत प्रकार परोसते हैं.
लेकिन कोलकाता का मांसाहारी स्ट्रीट फूड सिर्फ रोल तक ही सीमित नहीं है. यह शहर मुगलई पराठों के लिए भी उतना ही प्रसिद्ध है, जो कीमा बनाया हुआ मांस, अंडे और मसालों से भरी और तली हुई रोटी होती है. फिश फ्राई एक और स्थानीय पसंदीदा व्यंजन है, जो बंगाल के समुद्री भोजन के प्रति प्रेम को दर्शाता है.
मटन चाप, अपनी गाढ़ी, मेवेदार ग्रेवी के साथ, शहर की गलियों में मिलने वाला एक और लज़ीज़ व्यंजन है. लोकप्रिय फ़ूड हब में पार्क स्ट्रीट, एस्प्लेनेड और कॉलेजों के पास छोटे स्टॉल शामिल हैं. अरसलान और शिराज जैसे स्थानीय भोजनालयों ने प्रामाणिक मुगलई शैली के व्यंजन परोसने में अपनी प्रतिष्ठा बनाई है, जो बंगाली स्वाद के साथ सहजता से मिश्रित होते हैं.
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