Categories: झारखंड

Ranchi News: झारखंड के मंत्री हफीजुल हसन की तबीयत बिगड़ी, एयर एंबुलेंस से गुरुग्राम रेफर

झारखंड की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने वाले हफीजुल हसन के स्वास्थ्य पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी नजर बनाए हुए हैं।

Published by Mohammad Nematullah

मनीष मेहता की रिपोर्ट, Ranchi News: झारखंड सरकार के मंत्री हफीजुल हसन की तबीयत अचानक बिगड़ने के बाद शुक्रवार को उन्हें एयर एंबुलेंस से गुरुग्राम रेफर किया गया। बीते गुरुवार को अस्वस्थ महसूस करने के बाद उन्हें रांची के पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां लगातार डॉक्टरों की टीम उनकी स्थिति पर नज़र बनाए हुए थी। अस्पताल सूत्रों ने बताया कि फिलहाल उनकी हालत स्थिर है। हालांकि, बेहतर इलाज और उन्नत जांच के लिए गुरुग्राम के एक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया है।

पैदल चलते हुए पहुंचे एंबुलेंस तक

सबसे अहम बात यह रही कि मंत्री हफीजुल हसन खुद वार्ड से पैदल चलते हुए एंबुलेंस तक पहुंचे। यह तस्वीर इस ओर इशारा करती है कि उनकी हालत गंभीर नहीं है और वह सामान्य रूप से चलने-फिरने की स्थिति में हैं। इसके बावजूद मेडिकल टीम ने एहतियात बरतते हुए उन्हें उच्च स्तरीय इलाज के लिए गुरुग्राम भेजा। मंत्री की तबीयत खराब होने की खबर सामने आते ही उनके परिवार और समर्थकों में चिंता का माहौल है। पारस अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान लगातार नेताओं और शुभचिंतकों का जमावड़ा लगा रहा। अब सभी की निगाहें गुरुग्राम में विशेषज्ञ डॉक्टरों की जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं।

बिहार में Congress-BJP कार्यकर्ताओं के बीच चले लाठी-डंडे, झड़प का Video देख उड़ेंगे होश

सीएम भी रख रहे नजर

झारखंड की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने वाले हफीजुल हसन के स्वास्थ्य पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी नजर बनाए हुए हैं। सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि मंत्री को किसी तरह की असुविधा न हो और उनके इलाज में कोई कमी नहीं रहने दी जाए। गुरुग्राम में विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम मंत्री की स्वास्थ्य स्थिति का विस्तृत परीक्षण करेगी। माना जा रहा है कि उनकी मेडिकल हिस्ट्री को देखते हुए विस्तृत जांच के बाद ही अंतिम रिपोर्ट जारी की जाएगी। अस्पताल प्रशासन और चिकित्सकों के मुताबिक, हफीजुल हसन की हालत स्थिर है और घबराने की कोई जरूरत नहीं है। परिवार ने समर्थकों और शुभचिंतकों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें।

सरकारी स्कूलों की हालत दिन-ब-दिन बदतर! 2 साल में 59 लाख बच्चों ने छोड़ा साथ, क्या अब केवल प्राइवेट स्कूलों में बचेगा भरोसा?

Mohammad Nematullah

Recent Posts

भगवान का पैसा खाकर मोटे हो रहे थे बैंक? सुप्रीम कोर्ट ने मारा करारा तमाचा! जानिए क्या है पूरा मामला

सुप्रीम कोर्ट ने साफ कह दिया कि मंदिर का पैसा सिर्फ देवता का है. जिसके…

December 5, 2025

World Dirtiest Cities: तेल, धुआं और गंदगी…ये हैं दुनिया के 5 सबसे गंदे शहर! लिस्ट में टॉप पर है इस देश की राजधानी

World Pollution Ranking Cities: इन शहरों में प्रशासन की उदासीनता, औद्योगिक कचरे का गलत प्रबंधन…

December 5, 2025

Akhuratha Sankashti 2025: पापों के नाश और कार्यों में सफलता के लिए रखें अखुरथ संकष्टी का व्रत

Akhuratha Sankashti 2025 Date: चतुर्थी तिथि हर महीने आती है. पौष महीने में आने वाली…

December 5, 2025

Delhi Police Constable Exam 2025: एडमिट कार्ड चाहिए तो तुरंत करें ये काम! वरना हो सकते हैं परेशान

SSC दिल्ली पुलिस परीक्षा 2025: सेल्फ-स्लॉट सिलेक्शन विंडो शुरू, Constable (कार्यकारी, ड्राइवर) और Head Constable…

December 5, 2025