TVK Vijay Stampede Rally: अभिनेता से नेता बने विजय (Vijay) की करूर में शनिवार को हुई चुनावी रैली में भगदड़ मच गई, जिसमें कम से कम 40 लोगों की मौत हो गई और लगभग 60 अन्य घायल हो गए. यह घटना तमिलगा वेत्री कझगम (tvk) प्रमुख के खचाखच भरी भीड़ को संबोधित करने के कुछ ही देर बाद हुई.
किस वजह से मची भगदड़
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि एक बच्चे के लापता होने की घोषणा के बाद दहशत फैल गई, जिससे भीड़भाड़ वाले कार्यक्रम स्थल पर अफरा-तफरी मच गई. व्यथित विजय को अपना भाषण बीच में ही खत्म करने से पहले पुलिस कृपया मदद करें कहते सुना गया. उन्होंने बेचैन भीड़ को शांत करने के लिए अपनी चुनावी बस से पानी की बोतलें फेंकीं और लोगों से अपनी जगह पर बैठे रहने का आग्रह किया जबकि एम्बुलेंस घायलों को ले जा रही थी.
40 लोगों की मौत
एक दुखद घटना शनिवार को करूर में हुई, जहां अभिनेता से नेता बने विजय के चुनावी रैली में भीड़ के दबाव के कारण कम से कम 40 लोग मारे गए और लगभग 60 घायल हो गए. यह घटना तब हुई जब तमिलगा वेट्री कज़गम (Tamilaga Vettri Kazhagam) के प्रमुख ने भीड़ को संबोधित करना शुरू किया था.
गवाहों ने बताया कि एक खोए हुए बच्चे की सूचना मिलने के बाद भीड़ में अफरा-तफरी मच गई, जिससे हड़कंप मचा. विजय जो बहुत परेशान दिखे पुलिस से मदद मांगते हुए बोले पुलिस कृपया मदद करो और अपना भाषण जल्दी खत्म कर दिया. उन्होंने अपने प्रचार बस से पानी की बोतलें फेंकी ताकि भीड़ शांत हो सके और लोगों से जगह पर ही बैठने को कहा क्योंकि घायल लोगों को एम्बुलेंस से अस्पताल ले जाया जा रहा था.
स्थान को लेकर भ्रम
रैली के स्थान को लेकर आखिरी समय में बहुत उलझन थी. टीवीके ने शुरुआत में लाइटहाउस कॉर्नर, उझावर मार्केट, या करूर बस स्टैंड महोकारा कॉर्नर राउंडअबाउट पर रैली करने की अनुमति मांगी थी. पहले लाइटहाउस कॉर्नर की अनुमति मिली थी, लेकिन बाद में पुलिस ने इसे वापस ले लिया क्योंकि वहां व्यवस्था ठीक नहीं थी.
टीवीके के महासचिव आनंद और करूर के पुलिस अधीक्षक के बीच चर्चा के बाद, रैली को वेलुसम्यपुरम में शिफ्ट कर दिया गया वही जगह जहां विपक्षी नेता एडप्पाडी के. पलानीस्वामी ने एक दिन पहले रैली की थी.
देरी से आने की वजह से स्थिति बिगड़ी
समर्थक सुबह 11 बजे से ही वेलुसम्यपुरम पहुंचने लगे थे, कई लोग गर्मी में घंटों बिना पानी और खाना के इंतजार कर रहे थे. विजय के नमक्कल की रैली में देर से आने के कारण शाम तक भीड़ बहुत बढ़ गई थी. गवाहों ने बताया कि गर्मी और पानी की कमी से कई लोग बेहोश हो गए, जिससे भीड़ में अफरातफरी मची और stampede हो गया.
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सुरक्षा चेतावनियों को नजरअंदाज किया गया
टीवीके ने सार्वजनिक तौर पर गर्भवती महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को रैली में आने से बचने की सलाह दी थी, लेकिन बड़ी संख्या में परिवार भी आए थे. भीड़ नियंत्रण और मेडिकल सुविधा की कमी अब सवालों के घेरे में है.अधिकारियों ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है. यह हादसा चुनावी रैलियों में आयोजन और जनता की सुरक्षा के मुद्दों पर गंभीर चिंताएं पैदा कर रहा है.

