Kal Ka Mausam: जुलाई महीने में अच्छी बारिश ने मौसम को सुहावना बनाए रखा। आईएमडी के अनुसार, सामान्य से 7% अधिक बारिश दर्ज की गई, जो मौसम के लिहाज से काफी अच्छी रही। लेकिन, अगस्त में मानसून की कितनी बारिश होगी? मौसम विभाग ने इसके संकेत भी दिए हैं। अगले 24 घंटों के पूर्वानुमान के अनुसार, उत्तर भारत में कई मौसमी गतिविधियाँ देखने को मिल सकती हैं।
तेज हवाएँ, तूफ़ान
1 अगस्त को हरियाणा-पंजाब, दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ के विभिन्न हिस्सों में गरज के साथ तेज़ हवाएँ यानी तूफ़ान की स्थिति बन सकती है और कुछ जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की जाएगी। खराब मौसम के दौरान बिजली गिरने और नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि होने की संभावना है।
गोवा, महाराष्ट्र, विदर्भ, मराठवाड़ा और गुजरात की बात करें तो अब मानसूनी बारिश धीरे-धीरे कम होगी और तापमान में वृद्धि दर्ज की जाएगी। वहीं, चक्रवाती हवाओं के बीच पूर्वोत्तर के सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम, नागालैंड, मेघालय, पश्चिम बंगाल और अंडमान निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। वहीं, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में धीमी बारिश जारी रहेगी।
Kal ka Mausam: आसमान से बरसेगी आफत! IMD की चेतावनी, आखिर कैसा रहेगा कल का मौसम?
इधर, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में बादल फटने और बाढ़ की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। 1 अगस्त से 5 अगस्त के बीच अधिकतम तापमान 34 से 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है।
कल यूपी में कल का मौसम?
उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से नदियाँ उफान पर हैं। पहाड़ों और मैदानी इलाकों में हुई अत्यधिक वर्षा से जमा हुए जलस्तर के कारण गंगा-यमुना, सरयू, रामगंगा, शारदा, केन, गोमती और घाघरा समेत सभी छोटी-बड़ी नदियाँ अपनी सीमा से बाहर बह रही हैं, जिससे तराई के इलाके बाढ़ से जूझ रहे हैं। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, 1 अगस्त से अगले 2 से 4 दिनों तक पूर्वांचल से लेकर पश्चिम तक बादल मेहरबान रहेंगे।

