शिशांत शुक्ला की रिपोर्ट, Uttar Pradesh: 14 अगस्त 2025 को पुलिस अधीक्षक कार्यालय, शाहजहापुर में विभाजन विभिषिका त्रासदी के अमर शहीदों की स्मृति में एक भावपूर्ण श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में उपस्थित समस्त अधिकारी एवं कर्मचारियों ने लाखों निर्दोष नागरिकों और वीर बलिदानियों को नमन किया, जिन्होंने 1947 के विभाजन के दौरान प्राणों की आहुति देकर अमर गाथा लिखी। कार्यक्रम की शुरुआत में पुलिस अधीक्षक, अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण, क्षेत्राधिकारी नगर, क्षेत्राधिकारी सदर, क्षेत्राधिकारी तिलहर, क्षेत्राधिकारी कार्यालय, प्रशिक्षु क्षेत्राधिकारी सहित पुलिस कार्यालय के सभी अधिकारी-कर्मचारियों ने दो मिनट का मौन रखकर शहीदों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। इस दौरान वातावरण गंभीर और भावुक था, मानो इतिहास के उस दर्दनाक दौर की पीड़ा एक बार फिर उपस्थित हो गई हो।
पुलिस अधीक्षक ने क्या कहा?
विभाजन की विभीषिका हमारे इतिहास का अत्यंत पीड़ादायक अध्याय है। इस त्रासदी में लाखों लोगों ने अपना सर्वस्व न्योछावर किया। उनका बलिदान हमें राष्ट्रीय एकता, भाईचारे और मानवता के पथ पर अग्रसर रहने की प्रेरणा देता रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि आज का यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि स्वतंत्रता केवल एक राजनीतिक उपलब्धि नहीं, बल्कि इसके पीछे असंख्य त्याग और बलिदान की गाथाएं छिपी हैं। इसलिए, हमें देश की अखंडता और शांति बनाए रखने के लिए सतत प्रयासरत रहना चाहिए।
जागरूक की अपील
श्रद्धांजलि सभा में मौजूद अधिकारियों ने भी अपने विचार रखे और विभाजन के दौरान हुई मानवीय त्रासदी का स्मरण करते हुए पीड़ित परिवारों के साहस और धैर्य को सलाम किया। वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि नई पीढ़ी को इस ऐतिहासिक घटना के बारे में जागरूक करना जरूरी है, ताकि वे समझ सकें कि स्वतंत्रता और एकता की कीमत क्या होती है। कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों ने देश की शांति, सौहार्द और अखंडता बनाए रखने का संकल्प लिया। श्रद्धांजलि सभा का माहौल राष्ट्रभक्ति और संवेदनाओं से भरा हुआ था, जिसमें एक तरफ शहीदों के प्रति कृतज्ञता थी, तो दूसरी ओर देश के भविष्य को सुरक्षित और एकजुट बनाए रखने की दृढ़ प्रतिबद्धता भी।

