Operation Bihali : बुधवार को जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में मारा गया आतंकवादी जैश-ए-मोहम्मद (JeM) आतंकी समूह का शीर्ष कमांडर था। आतंकवादी को पाकिस्तानी सेना के विशेष बल स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG) द्वारा प्रशिक्षित किया गया था। वह कठुआ, उधमपुर और डोडा में कई हमलों के पीछे था। आतंकवादी एक साल से अधिक समय से इलाके में सक्रिय था। आज सुबह उधमपुर के बसंतगढ़ के बिहाली इलाके के एक सुदूर जंगली इलाके में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई।
रिपोर्ट्स के मुताबिक मारे गए आतंकी की पहचान अब्दुल जब्बार के तौर पर हुई है। यह आतंकी पिछले एक साल से उधमपुर, कठुआ और डोडा में हुए कई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड था। आतंकी का कोड नाम मौलवी बताया जा रहा है। खुफिया जानकारी के आधार पर चलाए गए ऑपरेशन में जैश कमांडर मारा गया। इस कार्रवाई से जम्मू क्षेत्र में सक्रिय आतंकी नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है। सुरक्षा एजेंसियां इसे बड़ी कामयाबी के तौर पर देख रही हैं।
‘ऑपरेशन बिहाली’ में मिली बड़ी सफलता
इस ऑपरेशन का नाम ‘ऑपरेशन बिहाली’ रखा गया है। व्हाइट नाइट कोर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पोस्ट में कहा, भारतीय सेना और जम्मू कश्मीर ने बसंतगढ़ के बिहाली इलाके में खुफिया जानकारी के आधार पर एक संयुक्त अभियान शुरू किया है। आतंकियों के बारे में पता चल गया है। ऑपरेशन अभी जारी है।
अमरनाथ यात्रा को लेकर खास तैयारी
अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होने वाली है। 9 अगस्त को समाप्त होने वाली इस यात्रा अवधि के दौरान आने वाले दिनों में बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों के अमरनाथ गुफा मंदिर में दर्शन करने की उम्मीद है। अमरनाथ यात्रा के मद्देनजर केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षा बलों को पहले ही अलर्ट कर दिया गया है। यात्रा के रूट पर जगह-जगह जवानों को तैनात किया जाएगा।
अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए जम्मू-कश्मीर में बीएसएफ, सीआरपीएफ और एसएसबी की अतिरिक्त कंपनियों को तैनात किया गया है। आतंकियों को पिछड़े इलाकों में घुसने से रोकने और हमलों को टालने के लिए सभी पहाड़ों पर सुरक्षा बल तैनात हैं।

