Nepal Gen Z Protest Latest News: नेपाल में Gen Z का प्रदर्शन (Gen Z Protest) अब उग्र हो चुका है। नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली (KP Sharma Oli) को देश छोड़कर भागना पड़ा। तो वहीं, दूसरी तरफ उग्र भीड़ ने पूर्व प्रधानमंत्री झालानाथ खनल (Former Prime Minister Jhalanath Khanal) की पत्नी रविलक्ष्मी चित्रकार (Ravi Lakshmi Chitrakar) को जिंदा जला दिया, अब जानकारी सामने आ रही है कि उनकी मौत हो गई है। आपको बतातें चलें कि नेपाल में भड़की हिंसा की लपटें भारतीय सीमा तक पहुंच गई हैं। बुधवार को झूलाघाट और धारचूला से सटे नेपाली इलाके दारचूला और बैतड़ी में भी विरोध प्रदर्शन हुए। दारचूला में प्रदर्शनकारियों ने कांग्रेस और यूएमएल कार्यालयों में तोड़फोड़ की। इसके बाद आगजनी की भी घटनाएं सामने आई है। इसके बाद तनाव और गहरा गया है।
नेपाल में क्यों भड़की हिंसा? (Why did violence erupt in Nepal?)
भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के विरोध की चिंगारी से नेपाल आज भी हिंसा की आग में झुलस रहा है। हालात इतने बिगड़ गए कि प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन, राष्ट्रपति भवन और सुप्रीम कोर्ट को आग के हवाले कर दिया। प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के निजी आवास से लेकर कई मंत्रियों और नेताओं के घरों और कार्यालयों में तोड़फोड़ और आगजनी हुई। सरकार को आक्रोश के आगे झुकना पड़ा और प्रधानमंत्री ओली ने इस्तीफा दे दिया।
भारतीय सीमा तक पहुंचीं हिंसा की लपटें ( flames of violence reached Indian border)
झूलाघाट अंतरराष्ट्रीय पुल से लगभग 25 किलोमीटर दूर बैतड़ी के साहिलेक बाजार में सन्नाटा पसरा रहा। यहां युवाओं ने सोशल मीडिया पर लगाए गए प्रतिबंध का विरोध किया। बैतड़ी के वरिष्ठ पत्रकार गोकर्ण दयाल ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने विरोध में बाजार बंद कर दिया। उन्होंने बाज़ार में जुलूस निकाला और सरकार के खिलाफ अपना रोष व्यक्त किया।
नेपाल के ब्रह्मदेव में भी व्यापारियों का विरोध प्रदर्शन (Traders also protested in Brahmadev Nepal)
उत्तराखंड के टनकपुर से सटे नेपाल के ब्रह्मदेव मंडी के व्यापारियों और नागरिकों ने मंगलवार को विरोध प्रदर्शन किया, जिसकी वजह से बाजार बंद रहा। नेपाल सरकार द्वारा सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाए जाने से नाराज नागरिकों ने विरोध प्रदर्शन किया। ब्रह्मदेव मार्केट प्रबंधन समिति के सचिव यज्ञ राज भट्ट ने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को बंद करना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के खिलाफ है।
नेपाल में जारी बवाल का असर सीमा के अंतरराष्ट्रीय हैंगिंग ब्रिजों पर नहीं दिख रहा है। यहां लोग रोजाना की तरह एक देश से दूसरे देश में आवाजाही कर रहे हैं। झूलाघाट स्थित ब्रिज पर औसतन दो से ढाई सौ लोगों की आवाजाही होती है। हालांकि, यहां नेपाल का कस्टम बंद कर दिया गया है।
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