Ahmedabad-Mumbai bullet train: मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन भारत की पहली हाई-स्पीड रेल परियोजना है, जिसे नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) पूरी तेजी से पूरा करने में लगा हुआ है. ये परियोजना महाराष्ट्र, गुजरात और दादरा और नगर हवेली संघ राज्य क्षेत्र से होकर गुजरती है. मुंबई से अहमदाबाद तक का कुल मार्ग 508 किलोमीटर लंबा होगा.
सूरत-बिलिमोरा सेक्शन
इस परियोजना का 47 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर सेक्शन, सूरत से बिलिमोरा, निर्माण में काफी आगे बढ़ चुका है. यहां सभी सिविल कार्य और ट्रैक-बेड बिछाने का काम लगभग पूरा हो चुका है. रेलवे मंत्रालय के अनुसार, इस मार्ग का लगभग 85% हिस्सा वायाडक्ट्स (ऊंचे पुल जैसे स्ट्रक्चर) पर बनाया जा रहा है, जिससे जमीन का नुकसान कम होता है और सुरक्षा बेहतर रहती है.
अब तक 326 किलोमीटर वायाडक्ट का काम पूरा हो चुका है और 25 में से 17 नदी पुल बन चुके हैं. मंत्रालय का लक्ष्य है कि ये सूरत-बिलिमोरा सेक्शन 2027 तक परिचालन के लिए तैयार हो.
परियोजना की समयसीमा
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पहले बताया था कि पूरी परियोजना दिसंबर 2029 तक पूरी हो जाएगी. इसके अलावा, बुलेट ट्रेन सेवा 2028 तक ठाणे तक पहुंच जाएगी और 2029 में यह मुंबई तक विस्तार करेगी.
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन के स्टेशन
इस हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर में कुल 12 स्टेशन होंगे. ये स्टेशन हैं: मुंबई, ठाणे, विरार, बोईसर, वापी, बिलिमोरा, सूरत, भरुच, वडोदरा, आनंद, अहमदाबाद और साबरमती.
सूरत बुलेट ट्रेन स्टेशन
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निर्माणाधीन सूरत बुलेट ट्रेन स्टेशन का दौरा किया और परियोजना की प्रगति का जायजा लिया. सूरत स्टेशन का डिजाइन शहर की विश्वप्रसिद्ध हीरा उद्योग से प्रेरित है, जो आधुनिकता और सौंदर्य दोनों को दर्शाता है.
स्टेशन यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है. इसमें बड़ा कॉरिडोर एरिया, शौचालय, रिटेल आउटलेट्स और अन्य सुविधाएं शामिल होंगी. साथ ही, स्टेशन से सूरत मेट्रो, शहर की बस सेवा और भारतीय रेलवे नेटवर्क से सीधा कनेक्शन भी मिलेगा, जिससे यात्रियों के लिए यात्रा आसान और तेज होगी.

