Categories: देश

जल्द दौड़ते हुए दिखेगी दूसरी वंदे भारत स्लीपर ट्रेन, इस रूट पर यात्रा का समय भी होगा कम; यहां जानें सारी डिटेल्स

Indian Railways News: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में पुष्टि की थी कि ट्रेन का दूसरा रेक तैयार होते ही परिचालन शुरू हो जाएगा.

Published by Shubahm Srivastava

Vande Bharat Sleeper: भारतीय रेलवे आने वाले दिनों में यात्रियों के लिए और भी खुशखबरी लेकर आने वाला है. इस महीने के अंत तक वंदे भारत स्लीपर ट्रेन नियमित सेवा में शामिल हो सकती है, वहीं रेलवे अपनी परिचालन गति को धीरे-धीरे बढ़ाकर 160 किमी प्रति घंटा करने पर भी काम कर रहा है. गाजियाबाद और टूंडला के बीच 190 किलोमीटर लंबे हिस्से पर परीक्षण शुरू हो चुके हैं, जिससे नई दिल्ली और उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल के प्रमुख गंतव्यों के बीच यात्रा का समय कम करने में मदद मिलेगी.

वंदे भारत स्लीपर का दूसरा रेक तैयार

देश भर के यात्री वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के लॉन्च का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में पुष्टि की थी कि ट्रेन का दूसरा रेक तैयार होते ही परिचालन शुरू हो जाएगा, जिससे यह सेवा निर्धारित मार्ग के दोनों छोर से चल सकेगी.

पहला रेक पहले ही पूरा हो चुका है, इसलिए दूसरे रेक के लिए उत्सुकता बढ़ गई है. सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो में BEML प्लांट से दूसरा वंदे भारत स्लीपर रेक निकलते हुए दिखाई दे रहा है. हालांकि, रिपोर्टों से पता चलता है कि इस रेक के अंदरूनी हिस्से अभी भी अधूरे हैं और उत्तर मध्य रेलवे, पश्चिम मध्य रेलवे और पश्चिमी रेलवे द्वारा संयुक्त रूप से किए गए दोलन परीक्षणों के बाद इसे BEML को वापस भेज दिया जाएगा.

इस रूट पर चलेगी वंदे भारत स्लीपर

संदर्भ के लिए, भारतीय रेलवे ने पहले वंदे भारत स्लीपर कोचों का परीक्षण पूरा कर लिया है, और अगर मंत्री वैष्णव की समय-सीमा सही रहती है, तो इस महीने के अंत तक यह ट्रेन परिचालन में आ सकती है. बिहार से होकर गुजरने वाला दिल्ली-हावड़ा (पश्चिम बंगाल) मार्ग, वंदे भारत स्लीपर के पहले कॉरिडोर के रूप में शुरू होने की उम्मीद है. 

PM Modi ने नक्सलवाद को लेकर दी सबसे बड़ी गारंटी; बोले- कांग्रेस और उसका इकोसिस्टम डालता था इस पर पर्दे

Related Post

यात्रा समय कम करने का प्रयास

रेलवे के जानकार जानते हैं कि अधिकांश भारतीय रेलवे एक्सप्रेस ट्रेनें औसतन 80-110 किमी प्रति घंटे की गति से चलती हैं. यहां तक कि वंदे भारत एक्सप्रेस – जिसे 160-180 किमी प्रति घंटे की गति के लिए डिज़ाइन किया गया है – वर्तमान में चुनिंदा खंडों पर अधिकतम 120 किमी प्रति घंटे की गति से चलती है. ये गति सीमाएं अक्सर पूरे नेटवर्क में भीड़भाड़ का कारण बनती हैं, जिससे रेलवे को बुनियादी ढांचे के उन्नयन में भारी निवेश करने के लिए प्रेरित किया जाता है.

रेलवे की तरफ से किए जा रहे काम

इस समस्या से निपटने के लिए, रेलवे लगातार सेक्शनल गति बढ़ा रहा है. वर्तमान में, लगभग 130 किमी प्रति घंटे की गति से 23,000 किमी से अधिक ट्रैक सपोर्ट ऑपरेशन चल रहे हैं. नवीनतम पहल में नई दिल्ली-हावड़ा मार्ग के टूंडला-अलीगढ़ खंड पर 160 किमी प्रति घंटे की गति से कवच परीक्षण शामिल है, जो गाजियाबाद और टूंडला जंक्शन के बीच 190 किमी के दायरे को कवर करता है.

यदि ये परीक्षण सफल होते हैं, तो नई दिल्ली और उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल के प्रमुख शहरों के बीच यात्रा का समय कई घंटे कम हो सकता है, जो यात्री सुविधा और रेल दक्षता में एक बड़ी छलांग होगी.

शादी पर उठा दिए सवाल, सुप्रीम कोर्ट के जज बोले- इसका इस्तेमाल महिलाओं को गुलाम बनाने के लिए हुआ

Shubahm Srivastava

Recent Posts

Cloudflare फिर हुआ down..! एक साथ कई वेबसाइट हुई बंद, लोगों ने की शिकायत..

Cloudflare down: देश भर में एक बार फिर क्लाउडफ्लेयर डाउन हो गया है और लोगों…

December 5, 2025

बेटी के सम्मान की लड़ाई, पिता ने किया कुछ ऐसा कि रेलवे भी हुआ झुकने पर मजबूर

Railway Concession Certificates: रेलवे ने दिव्यांग व्यक्तियों के रियायती प्रमाणपत्रों में “मानसिक रूप से विकृत”…

December 5, 2025

कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय की शादी का Video वायरल, ताज आमेर में लेंगे सात फेरे; जानें कौन हैं उनकी दुल्हन

Indresh Upadhyay Marriage: मशहूर कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय की शादी का पहला वीडियो सोशल मीडिया पर…

December 5, 2025

Breast Implant: स्तन फटने से लेकर इन्फेक्शन तक का डर! यूं ही नहीं Sherlyn Chopra ने हटवाया ब्रेस्ट इम्प्लांट, कितना है खतरनाक?

Breast Implant Side Effects: ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन एक सर्जरी है जिससे ब्रेस्ट का साइज़ बढ़ाया जाता…

December 5, 2025