India Advanced Medium Combat Aircraft : भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान और बांग्लादेश में भारत विरोधी लहर काफी तेजी से उठ रही है. पड़ोसी देशों पाकिस्तान और चीन के साथ बढ़ते तनाव और उनके परमाणु हथियार क्षमता के खतरे के बीच भारत अब अपनी सैन्य ताकत को नए स्तर पर ले जाने की तैयारी कर रहा है. देश अपना खुद का पांचवीं पीढ़ी का स्टेल्थ फाइटर जेट विकसित कर रहा है, जो बिना पता चले चुपचाप लक्ष्य पर हमला कर सकता है. डीआरडीओ (DRDO) और एडीए (ADA) मिलकर इस अदृश्य योद्धा एएमसीए (Advanced Medium Combat Aircraft) को विकसित कर रहे हैं.
कौन-कौन सी कंपनियां कर रही हैं प्रतिस्पर्धा?
डीआरडीओ ने इसे विकसित करने के लिए एक इंटरेस्ट लेटर (EOI) जारी किया था, जिस पर एचएएल (HAL) एलएंडटी (L&T), टाटा (TATA) और अडानी (ADANI) जैसी सात प्रमुख कंपनियों ने जवाब दिया. अब इन कंपनियों में से दो को इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट में सरकार के साथ पार्टनरशिप के लिए चुना जाएगा. भारत का स्टेल्थ फाइटर एएमसीए (Stealth fighter aircraft AMCA) बनाने के लिए सात प्रमुख भारतीय कंपनियां प्रतिस्पर्धा कर रही हैं. इनमें हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL), लार्सन एंड टुब्रो (L&T), टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स (Tata Advanced Systems) और अडानी डिफेंस (Adani Defence) जैसे नाम शामिल हैं.
अडानी डिफेंस है सबसे आगे
इन कंपनियों ने डीआरडीओ के साथ मिलकर फाइटर जेट बनाने के लिए बोली लगाई है. इन सात कंपनियों में से दो को इस प्रोजेक्ट पर डीआरडीओ के साथ काम करने के लिए चुना जाएगा. उन्हें पांच एएमसीए प्रोटोटाइप विमान विकसित करने के लिए शुरू में 15,000 करोड़ रुपये (15 बिलियन रुपये) मिलेंगे. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अडानी डिफेंस इस समय प्रतियोगिता में आगे है. पूरे प्रोजेक्ट की लागत लगभग 2 लाख करोड़ रुपये (200 बिलियन रुपये) होने का अनुमान है, और 125 से अधिक ऐसे फाइटर जेट बनाने का प्लान है, जो भविष्य में भारतीय वायु सेना को और मजबूत करेगा.
अभी चल रही प्रक्रिया
एमसीए प्रोजेक्ट (MCA project) के लिए चयन प्रक्रिया अभी चल रही है. ब्रह्मोस एयरोस्पेस के पूर्व प्रमुख ए. शिवथानू पिल्लई की अध्यक्षता वाली एक उच्च-स्तरीय समिति बोली लगाने वाली कंपनियों का मूल्यांकन कर रही है. यह समिति अपनी रिपोर्ट रक्षा मंत्रालय को सौंपेगी, जिसके बाद प्रोजेक्ट के लिए दो कंपनियों का चयन किया जाएगा. फिलहाल, यह प्रोजेक्ट अभी विकास के शुरुआती चरण में है, लेकिन योजना के अनुसार, यह स्टेल्थ फाइटर 2035 तक भारतीय वायु सेना का हिस्सा बन सकता है. जब यह विमान सेवा में आएगा, तो यह भारत की सैन्य ताकत को नए स्तर पर ले जाएगा और देश को अमेरिका, रूस और चीन जैसे देशों के समान तकनीकी स्तर पर पहुंचाएगा.
55,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भर सकेगा AMCA
अगर इसके फीचर की बात करें तो भारत का एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) एक स्टेल्थ फाइटर एयरक्राफ्ट होगा. इसका सीधा-सीधा अर्थ है कि यह दुश्मन के रडार से बचकर चुपके से हमला कर सकेगा. यह एक सीटर, दो इंजन वाला लड़ाकू विमान होगा, जिसमें एडवांस स्टेल्थ कोटिंग, अत्याधुनिक एवियोनिक्स और मल्टी-रोल हथियार क्षमता होगी. AMCA 55,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकेगा और इसमें आधुनिक एयर-टू-सरफेस और एयर-टू-एयर मिसाइलें होंगी. इसके आंतरिक हथियार डिब्बे में 1,500 किलोग्राम हथियार रखने की क्षमता होगी और यह 5,500 किलोग्राम बाहरी हथियार भी ले जा सकेगा. इसका कुल वजन लगभग 25 टन होगा और इसमें 6.5 टन तक ईंधन भरा जा सकेगा.
इसके अलावा, भारत ने हाल ही में फ्रांस के साथ 26 राफेल-एम लड़ाकू विमान खरीदने के लिए 63,000 करोड़ रुपये का समझौता किया है. ये विमान पुराने हो चुके मिग-29K विमानों की जगह लेंगे और इन्हें 2031 तक भारत को सौंपे जाने की उम्मीद है. भारतीय वायु सेना के पास पहले से ही 36 राफेल-सी विमान हैं.
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