Chhangur Fraud Case: मंगलवार, 22 जुलाई को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कई ज़िलों के पीड़ित परिवारों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर छांगुर गिरोह का सच उजागर किया। मेरठ, ग़ाज़ियाबाद, बलरामपुर और कर्नाटक के लोगों ने बताया कि कैसे उनकी बेटियों को बहला-फुसलाकर धर्मांतरण कराया गया और वे आज तक घर नहीं लौटीं।
छांगुर गिरोह ने बेटी को किया गायब
मेरठ के सुनील नेगी ने बताया कि उनकी बहन 2019 से लापता है। एक मुस्लिम युवक बदर अख्तर उसे बहला-फुसलाकर धर्मांतरण के लिए मजबूर कर रहा था। पिछली बार बहन ने अपनी जान को ख़तरा बताया था। मेरठ की एक और लड़की प्रिया त्यागी भी लापता है।
ग़ाज़ियाबाद के आज़ाद सिंह की बेटी 2 अप्रैल से लापता है। वह बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। उसी दिन उसके खाते से 50 हज़ार रुपये भी गायब हो गए। कुछ दिनों बाद, जब उन्होंने टीवी पर छांगुर की ख़बर देखी, तो उन्हें पता चला कि बेटी छांगुर गिरोह का शिकार हो सकती है। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी भी स्कूल जाने के बाद लापता हो जाती थी। वह अक्सर छांगुर बाबा का नाम लेती थी।
बलरामपुर के रघुनाथ निषाद ने बताया कि उनकी बेटी का भी एक मुस्लिम युवक ने अपहरण किया था, जिसका रिश्तेदार छांगुर है।
सऊदी अरब ले जाकर कराया धर्मांतरण
दादरी की एक महिला ने बताया कि उसकी ज़मीन पर जबरन एक मकबरा बना दिया गया। वहाँ भी बड़े पैमाने पर धर्मांतरण का खेल खेला जाता है। उसका परिवार दो दशकों से ज़्यादा समय से संघर्ष कर रहा है, लेकिन उसे न्याय नहीं मिला है।
दूसरी ओर, कर्नाटक की सोनू रानी ने बताया कि उसे सऊदी अरब ले जाकर धर्मांतरण कराया गया और फिर भारत में उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया। उसने दावा किया कि छांगुर के घर में एक कब्रिस्तान है, जहाँ कई लड़कियों के शव दफनाए जा सकते हैं।
भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने में जुटा था छांगुर
विश्व हिंदू रक्षा परिषद के अध्यक्ष गोपाल राय ने कहा कि छांगुर के ख़िलाफ़ कार्रवाई के बाद बड़ी संख्या में पीड़ित सामने आ रहे हैं। सनातन हेल्पलाइन शुरू होने के बाद से ऐसे मामले रोज़ाना आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह गिरोह ज़ाकिर नाइक जैसे भगोड़ों से जुड़ा है और देश को मुस्लिम राष्ट्र बनाने की साज़िश में लगा हुआ है।

