Ajit Pawar NCP Reaction on Chhatra Nizampur: महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में स्थित ‘छत्र निजामपुर’ गांव का नाम बदलने की मांग पर राजनीति गरमा गई है। भाजपा विधायक गोपीचंद पडलकर ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से गांव का नाम बदलकर ‘रायगढ़ वाड़ी’ करने की मांग की है। अब इस मुद्दे पर महायुति सरकार के भीतर दरार दिखाई दे रही है।
भाजपा की सहयोगी अजित पवार की पार्टी एनसीपी ने इस मांग को खारिज करते हुए इसे गैरजरूरी बताया है। एनसीपी (अजित पवार गुट) के विधायक अमोल मिटकरी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “पिछले सत्र में भाजपा ने औरंगजेब का मुद्दा उठाया था, अब वे निजामपुर का मुद्दा लेकर आए हैं। यह सब किसानों के असल मुद्दों से ध्यान इधर-उधर करने के लिए किया जा रहा है।”
अमोल मिटकरी ने कहा, ‘आज निज़ामपुर है, कल आदिलशाह या किसी अन्य मुस्लिम शासक का नाम लिया जाएगा। क्या मुस्लिमों को इस देश में रहने का हक नहीं है? मुसलमानों और ईसाइयों को गाली देना हमारी पार्टी की विचारधारा नहीं है।’
सरकार ने कोई निर्णय नहीं लिया
महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने कहा कि अगर इस संबंध में कोई औपचारिक प्रस्ताव आता है तो उस पर विचार किया जाएगा। फिलहाल सरकार ने कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया है।
अबू आजमी ने भी साधा निशाना
विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के नेता और विधायक अबू आजमी ने भी भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने कहा, “यह सरकार मुसलमानों को देश से बाहर निकालना चाहती है। महाराष्ट्र में बचे हुए तीन मुस्लिम नाम भी जल्द ही बदल दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री अपने नेताओं की बात जरूर सुनेंगे।”
वे निजामपुर का नाम क्यों बदलना चाहते हैं?
दरअसल, भाजपा विधायक गोपीचंद पडलकर का कहना है कि रायगढ़ किला स्वराज्य का प्रतीक है, जहां से छत्रपति शिवाजी महाराज और उनके बेटे संभाजी महाराज ने यहां सालों तक शासन किया था।
भाजपा विधायक ने कहा कि ऐसे ऐतिहासिक स्थान के पास स्थित ग्राम पंचायत का नाम ‘निजामपुर’ रखना अनुचित है। पडलकर ने सवाल उठाया कि इस इलाके का निजाम से क्या लेना-देना है? उन्होंने कहा, “हमने मुख्यमंत्री से इस गांव का नाम बदलकर ‘रायगढ़ वाड़ी’ करने की मांग की है।”

