Air India Flight: रविवार सुबह लखनऊ एयरपोर्ट पर एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। एयर इंडिया की हैदराबाद जाने वाली फ्लाइट IX-2816 उड़ान भरने ही वाली थी कि अचानक पायलट ने कॉकपिट में तकनीकी खराबी महसूस की। बता दें, सुबह 8:40 बजे उड़ान के लिए पूरी तैयारी हो चुकी थी। सभी 150 यात्री बोर्डिंग के बाद अपनी-अपनी सीट पर बेल्ट बांधकर बैठे थे और विमान टैक्सी-वे से रनवे की ओर बढ़ने ही वाला था।
पायलट की सतर्कता ने बचाई जान
उड़ान से ठीक पहले पायलट ने क्रू के जरिए सभी को सूचित किया कि विमान में कोई तकनीकी दिक्कत है, जिसे ठीक किया जा रहा है। इसके बाद पायलट ने एटीसी (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) से संपर्क किया और विमान को वहीं रोक दिया गया। इसके बाद यात्रियों को सावधानीपूर्वक विमान से नीचे उतार लिया गया।
इंजीनियरों ने की जांच
फौरन एयर इंडिया के इंजीनियर मौके पर पहुंचे और गड़बड़ी की जांच शुरू की। काफी कोशिशों के बाद भी जब समस्या का समाधान नहीं हो सका, तब सुबह लगभग 11 बजे फ्लाइट को कैंसिल कर दिया गया। यात्रियों को पहले इसकी सूचना दी गई, जिससे कुछ लोग नाराज हो गए और हल्का हंगामा भी हुआ। हालांकि, एयरलाइन की ओर से यात्रियों को या तो रिफंड दिया गया या फिर होटल में ठहराने की व्यवस्था की गई।
इस घटना पर एयर इंडिया एक्सप्रेस ने बयान जारी करते हुए कहा, “हमारी प्राथमिकता हमेशा यात्रियों की सुरक्षा है। पायलट ने समय रहते खराबी की जानकारी दी, जिससे किसी भी बड़ी घटना से बचा जा सका। यात्रियों को हरसंभव सहायता दी जा रही है।”
सुरक्षा को लेकर मिली सराहना
यह घटना एक बार फिर यह साबित करती है कि हवाई यात्रा में सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। पायलट की सतर्कता और ग्राउंड टीम की फुर्ती से 150 से अधिक यात्रियों की जान सुरक्षित रही। सोशल मीडिया पर कई लोग एयर इंडिया की इस सतर्कता की सराहना कर रहे हैं। यात्री भी राहत की सांस लेते नजर आए। एक यात्री ने कहा, “थोड़ी परेशानी जरूर हुई, लेकिन जान बची तो जहान है।”
यह घटना उन यात्रियों के लिए एक संदेश है जो कभी-कभी तकनीकी चेक या देरी को लेकर परेशान हो जाते हैं। असल में, यही सतर्कता बड़े हादसों को टालने में मदद करती है। एयर इंडिया की यह जिम्मेदार पहल एक मिसाल बन गई है।

