India 5th Generation Fighter Jets: दुनिया की चौथी सबसे पावरफुल आर्मी यानी भारतीय सेना की ताकत और भी बढ़ने वाली है। भारत ने पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट्स पर काम तेज कर दिया है। हाल ही में इस खतरनाक हथियार को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 5th जेनेरेशन फाइटर जेट का ‘गुर्दा’ बनाने पर बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने साफ कर दिया है कि अब तक जिस चीज के लिए भारत विदेशों पर निर्भर था, अब वही काम अपने ही घर में किया जाएगा। आगे जानें कौन बनाएगा भारत के एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) प्रोग्राम का ‘गुर्दा’ और क्या होंगी इसकी खूबियां?
5th Gen Fighter Jets को लेकर क्या है नया प्लान?
दरअसल, राजनाथ सिंह ने इकोनॉमिक टाइम्स वर्ल्ड लीडर्स फोरम के दौरान ऐलान किया है कि AMCA का ‘गुर्दा’ यानी इंजन का निर्माण, राफेल जेट के एम88 इंजन बनाने वाली कंपनी सैफ्रान करेगी। बताया जा रहा है कि भारत के इन 5th Gen Fighter Jets के लिए हाई-थ्रस्ट इंजन का निर्माण किया जाएगा, जिससे इसे स्टेल्थ, सुपरक्रूज, हाई मैन्युवरेबिलिटी और सेंसर फ्यूजन जैसी सुपरपावर्स मिलेंगी। दावा ये भी कि ताकत और फीचर्स के मामले में AMCA के फाइटर जेट अमेरिका के F-35 और रूस के SU-57 लड़ाकू विमानों को भी मात देंगे।
क्या होंगी खूबियां?
इन पांचवीं जेनेरेशन के लड़ाकू विमानों का इंजन 25 टन का होगा और इस ट्विन-इंजन एयरक्राफ्ट की ईंधन क्षमता 6.5 टन होगी। 15,000 करोड़ रुपये की शुरुआती लागत से तैयार किया जा रहा AMCA भारत का पहला स्टेल्थ-हेवी मल्टी-रोल लड़ाकू विमान है। ये प्रोजेक्ट भारत के लिए इसलिए भी बेहद खास है क्योंकि इससे पहले एयरक्राफ्ट के इंजन के लिए भारत विदेशों पर निर्भर था। अब राफेल के इंजन बनाने वाली सैफ्रान के साथ साझेदारी आत्मनिर्भर भारत मिशन को बढ़ावा देगी और इसके साथ ही इंजन तकनीक निर्यात की तरफ भी देश के कदम बढ़ेंगे।
कैसे बढ़ेगी Indian Airforce की ताकत?
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद वायुसेना की पावर बढ़ाने का अभियान शुरू कर दिया गया था। AMCA और इंजन निर्माण आधुनिकीकरण और स्वदेशी रक्षा उत्पादन के मिशन का हिस्सा है। भारतीय एयरफोर्स की बात करें तो ऑपरेशन सिंदूर की कामयाबी के बाद इजरायल से सु-30 MKI, जगुआर और मिग-29 में सुपरसोनिक मिसाइल जैसी रैम्पेज मिसाइलों के लिए भी ऑर्डर भेजा गया है। ये मिसाइलें बंकर, रडार स्टेशन, कमांड सेंटर जैसे पावरफुल टारगेट को भी आसानी से भेद करती हैं।

