Vitamin D Deficiency on Sexual Health: हेल्दी डाइट और एक्टिव लाइफस्टाइल के बावजूद भी अगर सेक्स लाइफ की समस्याएं खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं तो आपको सोचने की जरूरत है. क्योंकि, कई बार हम ऐसा कुछ कर रहे होते हैं, जो हमें लगता तो बहुत नॉर्मल है लेकिन वह शरीर पर नेगेटिव असर डाल रहा होता है. जी हां, हमारी छोटी-छोटी आदतें शरीर पर असर तो डालती ही हैं, साथ ही सेक्स लाइफ भी बर्बाद कर देती है. इन्हीं आदतों में से एक पूरा दिन कमरा बंद कर AC में बैठने और धूप में बिल्कुल भी नहीं निकलने की भी है.
ऐसा कई रिसर्च में सामने आ चुका है कि जो लोग पूरा दिन एसी में रहते हैं और धूप में नहीं निकलते हैं, उनमें विटामिन डी की कमी ज्यादा देखने को मिलती है. विटामिन डी की कमी की वजह से थकान, हड्डियों में दर्द, मांसपेशियों में कमजोरी और मूड स्विंग्स जैसी समस्याएं होने लगती हैं. इतना ही नहीं, एक रिसर्च में यह भी सामने आया है कि विटामिन डी की कमी की वजह से इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या भी हो सकती है.
क्या होता है इरेक्टाइल डिस्फंक्शन?
यह समस्या पुरुषों की सेक्सुअल लाइफ को खराब कर सकती है. इसमें पुरुषों को यौन संबंध बनाने के दौरान परफॉर्म करने या उसे मेंटेन करने में परेशानी होती है. अगर यौन संबंध बनाने के दौरान यह स्थिति कभी-कभी आती है तो परेशानी की बात नहीं है. लेकिन, यह हर बार की समस्या बन गई है तो इसका मतलब है कि शरीर में किसी तरह की परेशानी है.
इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की वजह कई हो सकती हैं. लेकिन, ज्यादातर इसका कनेक्शन ब्लड सर्कुलेशन, नर्व्स सिस्टम, स्ट्रेस या किसी बड़ी बीमारी जैसे डायबिटिज या दिल की बीमारी से हो सकता है. इसके अलावा एक स्टडी में सामने आया है कि विटामिन डी की कमी से भी इरेक्टाइल डिस्फंक्शन हो सकता है.
विटामिन डी कर सकता है सेक्सुअल लाइफ खराब
ब्रिटिश जर्नल ऑफ फार्मालोजी में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, शरीर में विटामिन डी कम होने पर इरेक्शन की समस्या आती है. यह स्टडी पुरुषों और चूहों के प्राइवेट पार्ट के टिश्यूज लेकर हुई थी. इस स्टडी में सामने आया है कि जिन पुरुषों में विटामिन डी कम था उनके प्राइवेट पार्ट के सही रिएक्शन नहीं आ रहा था. इतना ही नहीं, विटामिन डी की कमी से इरेक्शन डिस्फंक्शन के ईलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाइयों का भी असर कम हो जाता है.
Disclaimer : प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. inkhabar इसकी पुष्टि नहीं करता है.

