Paracetamol During Pregnancy: हर औरत के लिए एक समय काफी ज्यादा खास होता है वह होता है प्रेगनेंसी का समय। उस समय महिला को अपने साथ-साथ अपने बच्चों की हेल्थ का भी काफी अच्छे से ध्यान रखना होता है। प्रेगनेंसी के दौरान बुखार या दर्द होना एक आम बात होती है और इस दर्द से बचने के लिए महिलाएं पैरासिटामोल लेना सही समझती है और यह उनकी आदत बन जाता है लेकिन ऐसा नहीं होता है। अगर आप बिना डॉक्टर की सलाह लगातार या फिर काफी अधिक मात्रा में पैरासिटामोल लेती है तो इससे आपके होने वाले बच्चे पर काफी बुरा असर पड़ सकता है। यह दावा मां और बच्चे दोनों के लिए सुरक्षित है लेकिन अगर इसका सही मात्रा में उपयोग किया जाए तभी वरना गलत इस्तेमाल से बच्चों के दिमाग और हार्मोन्स पर इसका असर पड़ता है।
पैरासिटामोल डालता है बच्चे की सेहत पर असर
पेरासिटामोल हमारे शरीर में एनाल्जेसिक और एंटीफ्लेमेटरी की तरह काम करता है लेकिन प्रेगनेंसी में अगर हम इसको लंबे समय तक लेते हैं तो होने वाले बच्चे के हॉर्मोन्स इंबैलेंस हो जाते हैं। जिसके कारण बच्चों का दिमागी रूप से विकास जैसी समस्या हो सकती है। प्रेग्नेंट महिलाओं को किसी भी दवा का सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए।
पैरासिटामोल का रोजाना सेवन करने से गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है
प्रेग्नेंट महिलाएं अक्सर पैरासिटामोल का इस्तेमाल अपने पहले और दूसरे ट्राइमेस्टर में बिना किसी कंट्रोल के करती हैं, ज्यादा दर्द या फिर बुखार आने पर पैरासिटामोल लेती है तो वह बच्चों में अलग-अलग तरह की समस्याओं का कारण बन सकता है। इनमें न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर, हार्मोनल इंबैलेंस जैसी स्थितियां शामिल होती है हालांकि हर बच्चे का इस पर इंपैक्ट नहीं होता है लेकिन इसका रिस्क काफी ज्यादा बढ़ जाता है इसलिए डॉक्टर की सलाह के बिना किसी भी दवा को लेना आपके लिए खतरनाक बन सकता है।
पैरासिटामोल लेते समय सावधानियां बरतना है बेहद जरूरी
पैरासिटामोल अगर गर्भवती महिलाओं को अक्सर बुखार या फिर दर्द की समस्या रहती है तो वह डॉक्टर की सलाह से निर्धारित समय और निर्धारित मात्रा में पैरासिटामोल ले सकती है इसके अलावा आप कुछ नेचुरल तरीके भी अपना सकते हैं जो आपके दर्द में रहता दिलाते है जैसे कि गर्म पानी की सिकाई करना है या फिर अच्छे से आराम करना और संतुलित और पोषण युक्त खाना खाना चाहिए।
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. inkhabar इसकी पुष्टि नहीं करता है.

