High Cholesterol Symptoms: आजकल की जीवनशैली में कोलेस्ट्रॉल एक आम समस्या बन गई है। यह स्ट्रोक और हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ाता है। अक्सर लोग इसे साइलेंट किलर भी कहते हैं, क्योंकि इसके लक्षण आसानी से नज़र नहीं आते। हाँ, लेकिन आपके हाथों और पैरों पर ऐसे संकेत हो सकते हैं, जो बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल की ओर इशारा करते हैं।
इनमें पैरों में दर्द या ऐंठन, सुन्नपन या झुनझुनी, नाखूनों का पीला पड़ना आदि शामिल हैं। इन संकेतों को पहचानकर समय रहते डॉक्टर से सलाह लेना और कोलेस्ट्रॉल की जाँच करवाना बेहद ज़रूरी है, ताकि गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से बचा जा सके। आइए जानते हैं कि हाथों और पैरों में कौन से लक्षण दिखाई देते हैं, जो उच्च कोलेस्ट्रॉल का संकेत हो सकते हैं। हाथों और पैरों में झुनझुनी: जब धमनियों में कोलेस्ट्रॉल जमा हो जाता है, तो हाथों और पैरों तक पर्याप्त रक्त नहीं पहुँच पाता। इससे अक्सर झुनझुनी या चुभन महसूस होती है। ऐसा खराब रक्त संचार के कारण होता है।
आइए जानते है हाथों और पैरों मे कौन से लक्षण दिखाइ देते है-
पैरों में ऐंठन:
धमनियों में रुकावट के कारण पैरों की मांसपेशियों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती। इस वजह से चलते समय या थोड़ी-बहुत शारीरिक गतिविधि के दौरान भी पैरों में ऐंठन हो सकती है। अगर आपको बार-बार ऐंठन महसूस हो रही है, तो यह उच्च कोलेस्ट्रॉल का एक गंभीर संकेत है।
पुरुषों के लिए रामबाण से कम नही लौंग तेल, इन 6 समस्याओं को जड़ से निचोड़ फेकता है, बस जान ले जानें प्रयोग का सही तरीका!
ठंडे हाथ-पैर:
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से धमनियाँ सिकुड़ने लगती हैं, जिससे रक्त प्रवाह धीमा हो जाता है। इस वजह से, मौसम सामान्य होने पर भी आपके हाथ-पैर अक्सर ठंडे महसूस हो सकते हैं। यह पैरों तक पर्याप्त रक्त न पहुँचने का सीधा संकेत है।
हाथों-पैरों में लगातार दर्द:
धमनियों में रुकावट या संकुचन से रक्त संचार में समस्याएँ पैदा होती हैं, जिससे अक्सर हाथों-पैरों में दर्द होता है। खासकर पैरों में दर्द इस बात का संकेत हो सकता है कि उन्हें पर्याप्त रक्त नहीं मिल रहा है।
बादाम, अखरोट नहीं बल्कि आज से ही रात को भिगोकर दे ये बीज, सुबह उठते ही खा ले, पोषक तत्वों की खदान है इसका प्रत्येक दाना!
पैरों के घाव जो ठीक नहीं होते:
अगर आपके पैरों में कोई छोटा सा कट या घाव है और वह बहुत धीरे-धीरे ठीक हो रहा है या बिल्कुल भी ठीक नहीं हो रहा है, तो इसे हल्के में न लें। खराब रक्त संचार के कारण शरीर की खुद को ठीक करने की क्षमता धीमी हो जाती है। त्वचा के रंग में बदलाव: खराब रक्त संचार के कारण पैरों की त्वचा का रंग बदल सकता है। ऑक्सीजन की कमी के कारण अक्सर त्वचा पर नीले या बैंगनी रंग के धब्बे दिखाई देते हैं।
500 पार पहुंचे शुगर को भी जड़ से निचोड़ खाता है ये हरा पत्ता, एक नही पूरे 50 बिमारियों का है इकलौता इलाज, चबा के देखें कुछ ही दिनों दिखने लगेंगा असर!
अगर आपको अपने हाथों या पैरों में इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे रहा है, तो इसे बिल्कुल भी नज़रअंदाज़ न करें। तुरंत डॉक्टर से सलाह लें और अपने कोलेस्ट्रॉल लेवल की जाँच करवाएँ। समय पर पहचान और इलाज आपको कई गंभीर बीमारियों से बचा सकता है। आप अपने खान-पान और जीवनशैली में बदलाव लाकर और डॉक्टर की सलाह मानकर अपने कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित कर सकते है।
Disclaimer: इनखबर इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

