Sex Life Secrets: कई पुरुष अपनी पार्टनर को संतुष्ट करना चाहते हैं, लेकिन उन्हें समझ नहीं आता कि उनके प्राइवेट पार्ट का आकार इसके लिए पर्याप्त है या नहीं.कई पुरुषों को अपने प्राइवेट पार्ट के आकार को लेकर उलझन होती है. उन्हें इस बात की चिंता होती है कि क्या वे अपनी पार्टनर को संतुष्ट कर पाएंगे. दरअसल, गुप्तांगों का आकार मर्दानगी से जुड़ा होता है और कई पुरुषों के लिए यह सम्मान का विषय बन जाता है. कई तो इसके लिए दवाइयां भी ढूंढ़ते हैं, और झोलाछाप डॉक्टर उन्हें गुमराह करते हैं. सच तो यह है कि गुप्तांगों का आकार बढ़ाने के लिए कोई दवा या व्यायाम नहीं है.
प्राइवेट पार्ट का साइज
जहां तक प्राइवेट पार्ट के आकार की बात है, महिला के गुप्तांगों का एक छोटा सा हिस्सा ही यौन उत्तेजना के प्रति संवेदनशील होता है, इसलिए पुरुष को इसके लिए बड़े आकार की ज़रूरत नहीं है. पति-पत्नी के रिश्ते में प्यार, विश्वास और भावनात्मक जुड़ाव बेहद ज़रूरी हैं. जहाँ मानसिक जुड़ाव होता है, वहां शारीरिक संबंधों में संतुष्टि होना लाजमी है. शादी के कुछ सालों बाद, लगभग सभी जोड़े अपने रिश्तों में ठहराव का अनुभव करते हैं. लेकिन इसे सामान्य मानकर नज़रअंदाज़ करना ठीक नहीं है. जिस तरह हम अपनी पढ़ाई, करियर और व्यक्तित्व पर काम करते हैं, उसी तरह अपने शारीरिक संबंधों में उत्साह बनाए रखने के लिए समय निकालना भी उतना ही जरूरी है.
काम का दबाव
काम का दबाव, तनाव और मोटापा, अन्य कारकों के अलावा, लोगों के यौन जीवन को प्रभावित कर सकते हैं. एक स्वस्थ यौन जीवन के लिए दोनों पार्टनर का स्वस्थ और फिट होना बेहद जरूरी है. कई जोड़ों को लगता है कि एक पार्टनर स्वस्थ और फिट है, लेकिन दूसरे का मोटापा या बीमारी उन्हें शारीरिक संबंध बनाने से रोकती है. ऐसी स्थिति में, एक पार्टनर फिट और स्वस्थ होने के बावजूद शारीरिक सुख का अनुभव नहीं कर पाता.
तनाव
ऐसे में, स्वस्थ पार्टनर अक्सर घर के बाहर अपनी शारीरिक जरूरतें पूरी करने लगता है, जिससे उनके रिश्ते में और तनाव आ जाता है. ऐसे रिश्तों में, सामान्य संबंध बनाए रखना अक्सर मुश्किल हो सकता है. दोनों पार्टनर को अपने यौन संबंधों को रोमांचक बनाए रखने की कोशिश करनी चाहिए. सोशल मीडिया पर समय बिताने के बजाय, वह समय अपने पार्टनर को दें. अगर आप रात में थके हुए हैं, तो सुबह शारीरिक संबंध बनाने के लिए समय निकालें. अगर घर पर आपके पास प्राइवेसी नहीं है, तो वीकेंड पर या महीने में एक बार घूमने की योजना बनाएं. घर से दूर अकेले समय बिताने से आप एक-दूसरे के और करीब आएगें.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. inkhabar इसकी पुष्टि नहीं करता है.