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Pankaj Dheer Died: किस कैंसर ने ले ली पंकज धीर की जान? आप पहले से ही बरतें ये सावधानियां

Pankaj Dheer Dies Due To Cancer Battle: महाभारत में कर्ण का अविस्मरणीय किरदार निभाने वाले पंकज धीर का कैंसर से निधन हो गया. लंबे समय तक बीमारी से जूझने के बाद हाल ही में उनकी स्थिति गंभीर हो गई थी. जानें कैंसर कितनी खतरनाक बीमारी है, इसके लक्षण क्या हैं और इससे बचाव के लिए क्या सावधानियां अपनाई जा सकती हैं.

Published by Shraddha Pandey

Early Cancer Prevention: महाभारत में कर्ण का अविस्मरणीय किरदार निभाने वाले प्रसिद्ध अभिनेता पंकज धीर (Pankaj Dheer) का निधन हो गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वह लंबे समय से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे. हालांकि एक समय वह इस बीमारी को मात देने में सफल रहे थे, लेकिन पिछले दो-तीन महीनों में उनकी हालत अचानक खराब हो गई. 

कैंसर के दोबारा लौटने की वजह से उनकी स्थिति गंभीर हो गई थी और इस दौरान उन्हें एक सर्जरी भी करानी पड़ी. बावजूद इसके उनकी जान नहीं बचाई जा सकी. फिलहाल, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि पंकज धीर किस प्रकार के कैंसर से पीड़ित थे.

कैंसर की गंभीरता

कैंसर आज की दुनिया की सबसे खतरनाक बीमारियों में से एक बन चुका है. यह बीमारी शरीर में अनियंत्रित कोशिकाओं (cells) की वृद्धि के कारण होती है, जो धीरे-धीरे प्रभावित अंगों के कामकाज को बाधित कर देती हैं. यह बीमारी सिर्फ उस अंग तक सीमित नहीं रहती जहां से शुरू हुई थी, बल्कि खून और लसिका के माध्यम से शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल सकती है. यही वजह है कि कैंसर का इलाज जटिल होता है और इसके कारण मृत्यु का खतरा भी बढ़ जाता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2020 में लगभग 1 करोड़ लोगों की मौत कैंसर के कारण हुई थी. अमेरिका की नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट (NCI) भी पुष्टि करता है कि अधिकतर मौतें कैंसर के फैल जाने यानी मेटास्टेसिस के कारण होती हैं, न कि केवल शुरुआती ट्यूमर की वजह से.

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कैंसर से बचाव और रोकथाम

कैंसर का शुरुआती पता लगना सबसे महत्वपूर्ण होता है. अगर समय पर इसका इलाज शुरू न किया जाए तो यह शरीर के अन्य हिस्सों में तेजी से फैल सकता है. इसके बचाव के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनाना अत्यंत जरूरी है. तंबाकू और शराब से दूरी बनाना, संतुलित और पौष्टिक आहार लेना, नियमित व्यायाम करना और मानसिक तनाव को कम करना इसमें मददगार साबित होता है. इसके अलावा, उपचार के लिए सर्जरी, कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी और इम्यूनोथेरेपी जैसी आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जाता है. हालांकि, इनका प्रभाव व्यक्ति विशेष की स्थिति और कैंसर की गंभीरता पर निर्भर करता है.

Disclaimer : प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. inkhabar इसकी पुष्टि नहीं करता है.

Shraddha Pandey
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