Sex Life : आज के समय में थायराइड की समस्या बहुत आम हो गई है. गलत खानपान, तनाव और खराब लाइफस्टाइल इसके मेन कारण माने जाते हैं. थायराइड एक छोटी सी तितली के आकार की ग्रंथि होती है जो गर्दन के सामने स्थित होती है. ये ग्रंथि थायरोक्सिन नामक हार्मोन बनाती है, जो शरीर के मेटाबॉलिज्म, एनर्जी लेवल और हाबैलेंसर्मोनल संतुलन को कंट्रोल करता है. जब ये ग्रंथि सही तरीके से काम नहीं करती, तब हाइपोथायरायडिज्म (कम सक्रिय थायराइड) या हाइपरथायरायडिज्म (अधिक सक्रिय थायराइड) जैसी स्थितियां उत्पन्न होती हैं. इन दोनों स्थितियों का असर न सिर्फ शरीर के वजन, त्वचा या बालों पर पड़ता है, बल्कि ये व्यक्ति की यौन इच्छा यानी सेक्स ड्राइव पर भी गहरा प्रभाव डालती हैं.
महिलाओं की सेक्स लाइफ पर थायराइड का असर
हाइपोथायरायडिज्म में शरीर की कार्यक्षमता धीमी हो जाती है. इससे व्यक्ति को थकान, कमजोरी, अवसाद और सुस्ती महसूस होती है. यही थकान और मनोवैज्ञानिक बदलाव महिला की सेक्स ड्राइव को कम कर देते हैं. कई बार महिलाओं में यौन इच्छा कम हो जाती है और इंटिमेसी में रुचि घट जाती है.
इसके अलावा, इस स्थिति में शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन का लेवल भी प्रभावित होता है, जिससे वेजाइना में सूखापन हो सकता है. इससे यौन संबंध बनाना असुविधाजनक या दर्दनाक हो सकता है. लंबे समय तक ये स्थिति बनी रहने पर रिश्तों में दूरी और भावनात्मक तनाव भी बढ़ सकता है.
हाइपरथायरायडिज्म और यौन इच्छा में बदलाव
वहीं दूसरी ओर, हाइपरथायरायडिज्म यानी ज्यादा सक्रिय थायराइड में शरीर की गति बहुत बढ़ जाती है. इससे व्यक्ति को बेचैनी, चिंता, घबराहट, नींद न आना और मूड स्विंग जैसी समस्याएं होती हैं. ऐसे में मानसिक तनाव के कारण सेक्स करने इच्छा कम हो जाती है. इसके अलावा, थायराइड के असंतुलन से टेस्टोस्टेरोन का लेवल भी घट सकता है, जिससे महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों की सेक्स ड्राइव पर भी नकारात्मक असर पड़ता है.
क्या है समाधान?
थायराइड की समस्या होने पर सबसे जरूरी है कि डॉक्टर से सही जांच और उपचार कराया जाए. नियमित दवाओं, सही खुराक और समय पर इलाज से थायराइड हार्मोन को कंट्रोस किया जा सकता है.
संतुलित आहार जैसे आयोडीन युक्त नमक, हरी सब्जियां, फल और पर्याप्त पानी लेना जरूरी है. इसके साथ ही हल्का व्यायाम, योग और ध्यान जैसी गतिविधियां हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में मदद करती हैं.
सबसे अहम बात ये है कि अपनी भावनाओं और शारीरिक समस्याओं के बारे में अपने जीवनसाथी से खुलकर बात करें. ऐसा करने से मानसिक तनाव कम होता है और आपसी समझ बढ़ती है.
यदि थायराइड को समय रहते कंट्रोल कर लिया जाए, तो इससे जुड़ी ज्यादातर सेक्स से संबंधित परेशानियां भी धीरे-धीरे खत्म हो सकती हैं और व्यक्ति फिर से स्वस्थ और सक्रिय जीवन जी सकता है.

