Sperm Count for Pregnancy: बच्चा पैदा करने के लिए पुरुषों का स्पर्म काउंट एक अहम फैक्टर होता है। अगर यह सामान्य सीमा से कम हो, तो गर्भधारण में मुश्किल आ सकती है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि सिर्फ संख्या ही नहीं, बल्कि स्पर्म की गुणवत्ता और गतिशीलता भी उतनी ही जरूरी है। जानिए, गर्भधारण के लिए सामान्य स्पर्म काउंट कितना होना चाहिए।
Sperm Count for Pregnancy: माता-पिता बनने की चाह हर दंपति के लिए बेहद खास और भावनात्मक अनुभव होती है। लेकिन कई बार यह सफर आसान नहीं होता। कुछ कपल महीनों या यहां तक कि सालों तक प्रयास करते हैं, पर सफल नहीं हो पाते। इस प्रक्रिया में पुरुषों की प्रजनन क्षमता (Male Fertility) और खासतौर पर स्पर्म काउंट की अहम भूमिका होती है। यह समझना जरूरी है कि गर्भधारण के लिए स्पर्म काउंट कितना होना चाहिए और कमी होने पर किन उपायों से इसे बेहतर बनाया जा सकता है।
अक्सर समाज में समस्या का कारण सिर्फ महिलाओं को मान लिया जाता है और जांच भी उन्हीं की कराई जाती है, जबकि विशेषज्ञ बताते हैं कि बच्चे के जन्म में पुरुष का स्पर्म काउंट उतना ही जरूरी है जितना महिला की ओव्यूलेशन क्षमता।
डॉक्टर्स के अनुसार, एक स्वस्थ पुरुष का स्पर्म काउंट कम से कम 15 मिलियन प्रति मिलीलीटर या उससे अधिक होना चाहिए। अगर यह स्तर इससे कम हो जाए, तो इसे ‘लो स्पर्म काउंट’ कहा जाता है, जिससे गर्भधारण की संभावना घट जाती है।
लो स्पर्म काउंट के प्रमुख कारण:
· अस्वस्थ जीवनशैली: धूम्रपान, शराब, जंक फूड
· ज्यादा तनाव और नींद की कमी
· अत्यधिक गर्मी का प्रभाव: टाइट कपड़े, गोद में लैपटॉप रखना
· हार्मोनल गड़बड़ी
· इंफेक्शन या चोट
स्पर्म काउंट बढ़ाने के उपाय:
· संतुलित आहार: हरी सब्जियां, फल, ड्राई फ्रूट्स, प्रोटीन
· नियमित योग और व्यायाम
· तनाव कम करने के लिए मेडिटेशन
· धूम्रपान और शराब से दूरी
· डॉक्टर की सलाह पर जिंक, विटामिन C और E जैसे सप्लीमेंट
कब डॉक्टर से मिलें:
अगर एक साल तक प्रयास के बावजूद गर्भधारण न हो, तो पुरुष और महिला दोनों की फर्टिलिटी जांच कराना जरूरी है। स्पर्म की संख्या, गतिशीलता और गुणवत्ता सभी को परखा जाना चाहिए।
आखिरकार, पेरेंटहुड का सपना तभी पूरा हो सकता है, जब भावनात्मक तैयारी के साथ शारीरिक सेहत और समय पर मेडिकल सलाह भी हो।