रीढ़ की हड्डी हमारे शरीर की सबसे अहम हड्डी मानी जाती है क्योंकि इसी के सहारे पूरा शरीर सीधा खड़ा रहता है और संतुलन बनाए रखता है. अगर यह कमजोर हो जाए तो कमर दर्द, बैठने में तकलीफ, चलने-फिरने में परेशानी और कई गंभीर बीमारियाँ घेर सकती हैं. आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में गलत खानपान और शारीरिक मेहनत की कमी के कारण लोगों की हड्डियाँ कमजोर होती जा रही हैं. खासकर रीढ़ की हड्डी पर इसका असर जल्दी पड़ता है. डॉक्टर भी मानते हैं कि सही खानपान और पोषण रीढ़ को मजबूत बनाए रखने के लिए बेहद जरूरी है. आइए जानते हैं ऐसे ही फायदेमंद खाद्य पदार्थों के बारे में, जिन्हें खाने से रीढ़ की हड्डी मजबूत होगी और शरीर हमेशा सक्रिय और चुस्त रहेगा.

दूध और डेयरी उत्पाद
दूध, दही और पनीर में कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाने के लिए सबसे जरूरी है. दूध रोज पीने से न सिर्फ हड्डियाँ मजबूत होती हैं बल्कि इसमें मौजूद प्रोटीन और विटामिन्स शरीर को ऊर्जा भी देते हैं. दही पाचन सुधारता है और हड्डियों की मजबूती में मदद करता है. पनीर भी प्रोटीन और कैल्शियम का अच्छा स्रोत है. खासतौर पर बच्चों और बुजुर्गों के लिए डेयरी प्रोडक्ट्स हड्डियों की सेहत बनाए रखने में बेहद फायदेमंद माने जाते हैं.

पालक, मेथी, सरसों का साग और ब्रोकली जैसी हरी पत्तेदार सब्जियों में कैल्शियम और आयरन की अच्छी मात्रा होती है. ये सब्जियाँ न सिर्फ हड्डियों को मजबूत करती हैं बल्कि शरीर में खून की कमी भी दूर करती हैं. इनमें मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है और विटामिन K हड्डियों के घनत्व को बढ़ाता है. नियमित रूप से हरी सब्जियाँ खाने से रीढ़ की हड्डी मजबूत रहती है और उम्र बढ़ने पर भी हड्डियों में दर्द या कमजोरी की समस्या कम होती है.

बादाम और अखरोट
सूखे मेवों में बादाम और अखरोट हड्डियों के लिए बेहद फायदेमंद माने जाते हैं. इनमें कैल्शियम, फॉस्फोरस और मैग्नीशियम की भरपूर मात्रा होती है. अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है जो हड्डियों और जोड़ों को लचीला बनाता है. रोजाना मुट्ठीभर बादाम और अखरोट खाने से हड्डियाँ मजबूत होती हैं और शरीर को लंबे समय तक ऊर्जा मिलती है. यह आदत रीढ़ की हड्डी को मज़बूती देने के साथ-साथ दिमाग और दिल की सेहत के लिए भी अच्छी साबित होती है.