kahani har ghar ki: हर घर की चारदीवारी के पीछे कई कहानियां छिपी होती हैं – ऐसी कहानियां, जहां औरतें चुप रहकर सबकुछ सहती हैं। कभी उन्हें नज़रअंदाज़ किया जाता है, कभी परिवार के लिए अपने सपनों से समझौता करना पड़ता है, और कई बार उनका साहस दुनिया की नज़रों से बिल्कुल अनदेखा रह जाता है। देशभर में लाखों औरतें ऐसी परिस्थितियों से गुज़रती हैं, लेकिन उनकी आवाज़ शायद ही कभी सामने आ पाती है।
इसी चुप्पी को तोड़ने के लिए ज़ी टीवी अब एक नई पहल कर रहा है। अपने नए रूप आपका अपना ज़ी के साथ चैनल दर्शकों से गहरा रिश्ता जोड़ते हुए ऐसा कंटेंट लेकर आया है, जो सिर्फ मनोरंजन नहीं बल्कि सच्चे मायनों में अहम मुद्दों पर बातचीत शुरू करता है। इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए ज़ी टीवी ला रहा है एक बिल्कुल अलग अंदाज़ का रियलिटी शो – कहानी हर घर की। लोकप्रिय कलाकार जूही परमार द्वारा एंकर किया गया यह शो भारत की महिलाओं को अपनी कहानियां खुलकर कहने का सुरक्षित और सम्मानजनक मंच देगा। ज़ी स्टूडियोज़ द्वारा निर्मित यह शो 1 सितंबर से हर सोमवार से शुक्रवार शाम 6ः30 बजे ज़ी टीवी पर प्रसारित होगा।
वर्षों से जूही परमार अपनी दिलकश एक्टिंग और मज़बूत किरदारों के ज़रिए दर्शकों का भरोसा और प्यार जीतती आई हैं। इस शो में वे सिर्फ एक अभिनेत्री के तौर पर नहीं, बल्कि ‘आपकी जूही‘ बनकर लौट रही हैं – एक श्रोता, एक साथी और एक मार्गदर्शक, जो महिलाओं के लिए ऐसा माहौल बनाती हैं, जहां वे खुद को सुरक्षित महसूस करें, उन्हें समझा जाए और उनकी आवाज़ सचमुच सुनी जाए।
कहानी हर घर की के हर एपिसोड में असल जिंदगी की एक महिला की निजी यात्रा सामने आएगी। इसमें उन मुद्दों पर बातचीत होगी जो अक्सर घर की चारदीवारी में दबकर रह जाते हैं – जैसे अनदेखी, पारिवारिक दबाव, रिश्तों में संघर्ष, या करियर छोड़ने की मजबूरी। इन अनुभवों को न सिर्फ खुली बातचीत बल्कि मनोवैज्ञानिकों और विशेष मेहमानों की सलाह से भी और गहराई दी जाएगी। शो का उद्देश्य है पुराने दकियानुसी दायरों को तोड़ना, समझदारी और संवेदनशीलता को बढ़ावा देना और दर्शकों को यह सोचने पर मजबूर करना कि कहीं ऐसी कहानियां उनके घरों में भी तो नहीं छिपी हैं।
शो के नाज़ुक विषय को ध्यान में रखते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस भी अनोखे ढंग से आयोजित की गई। मीडिया प्रतिनिधियों को हेडफोन दिए गए और उन्हें शो से ली गई एक कहानी ऑडियो के रूप में सुनाई गई। बिना किसी दृश्य के, केवल आवाज़ और भावनाओं के सहारे कहानी आगे बढ़ी और एक तनावपूर्ण, अधूरे मोड़ पर रुक गई। इसी पल जब जिज्ञासा चरम पर थी, तब जूही परमार मंच पर आईं और बताया कि क्यों आज इन अनसुनी आवाज़ों को सामने लाना बेहद ज़रूरी है।
ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइज़ेज़ लिमिटेड के चीफ क्रिएटिव ऑफिसर राघवेंद्र हुंसूर ने कहा, “हर इंसान की ज़िंदगी में संघर्ष की कहानियां होती हैं। कई बार लोग खामोशी से दर्द सहते हैं और चुपचाप अपना संघर्ष जारी रखते है। लेकिन इन्हीं कहानियों में हौसला, हिम्मत और उम्मीद भी छुपी होती है। ‘कहानी हर घर की’ सिर्फ़ एक शो नहीं है। यह एक सहारा है। यह एक ऐसा दोस्त है जो सुनता है। यह वो जगह है जहां अनकही आवाज़ों को समझ और अपनापन मिलता है। इस शो में हम उन औरतों की कहानियां सामने ला रहे हैं जो रिश्तों, करियर और समाज के दायरों को लेकर संघर्ष कर रही हैं। साथ ही, उन गुमनाम नायकों की कहानियां भी जो चुपचाप बड़ी उपलब्धियां हासिल करते हैं। हमारा मकसद है दर्शकों को याद दिलाना कि चाहे सफ़र कितना भी कठिन क्यों न हो, आगे बढ़ने का रास्ता हमेशा मौजूद होता है। यह शो हमारी ओर से एक तोहफ़ा है-सुनने का, समझने का और उस हिम्मत का जश्न मनाने का जो हर इंसान के अंदर जिंदा रहती है।”
ज़ी टीवी के चीफ़ चैनल ऑफिसर मंगेश कुलकर्णी ने कहा, “ज़ी टीवी में हमारा हमेशा यही प्रयास रहता है कि हम ऐसा कंटेंट पेश करें जिसका एक मक़सद हो, जो दर्शकों के दिलों को छुए और उनकी असल ज़िंदगी से जुड़ा हो। ‘कहानी हर घर की’ के ज़रिए हम एक ऐसा मंच बना रहे हैं जहां उन बातों पर चर्चा हो सके जिन्हें भारतीय घरों में अक्सर दबा दिया जाता है। शाम के प्राइम टाइम में इस शो का आना हमारे उस वादे को मज़बूत करता है कि हम दर्शकों से गहरे जुड़ाव वाली कहानियां साझा करेंगे। इसमें हम असली मुद्दों पर रोशनी डालेंगे और लोगों को अपनी सच्चाई कहने की हिम्मत देंगे। यह शो असल लोगों और उनके सच्चे जज़्बातों पर आधारित है। हमें पूरा यक़ीन है कि जूही परमार की संवेदनशील मौजूदगी इस फ़ॉर्मेट को और असरदार बनाएगी और देशभर के दर्शकों से गहरा जुड़ाव पैदा करेगी।”
जूही परमार ने कहा, “अब तक मैंने ऐसे कई किरदार निभाए हैं जिनमें भारतीय महिलाओं की सच्ची भावनाएं झलकती हैं, लेकिन कहानी हर घर की मेरे लिए बेहद खास है क्योंकि इसमें मैं असली कहानियों और असली जज़्बातों से सीधे जुड़ रही हूं। कई बार एक औरत को सिर्फ इतना चाहिए होता है कि उसे एक ऐसी महफूज़ जगह मिले जहां वो अपनी बात खुलकर कह सके। यह शो उन्हंे वही मंच देता है। मुझे गर्व है कि मैं ऐसे फॉर्मैट का हिस्सा हूं जो न सिर्फ प्रेरित करता है बल्कि घर-घर में समझ और संवाद को बढ़ावा देता है। और सबसे बड़ी बात यह है कि अब महिलाएं टोल-फ्री नंबर के ज़रिए भी अपनी कहानियां हम तक पहुंचा सकती हैं, जिन्हें संभवतः शो में शामिल किया जा सकता है।”
‘कहानी हर घर की‘ सिर्फ मनोरंजन नहीं बल्कि जुड़ाव, अपनापन और हिम्मत लेकर आ रहा है – क्योंकि हर घर में एक कहानी होती है और कुछ कहानियां वाकई सुनी जानी चाहिए।

