बॉलीवुड हर साल कई नए चेहरों का स्वागत करता हैं, लेकिन कुछ कलाकार शुरुआत से ही दर्शकों का ध्यान खींच लेते हैं. ऐसी ही एक नई स्टार हैं राशा ठडानी, मशहूर एक्ट्रेस रवीना टंडन और बिजनेसमैन अनिल ठडानी की बेटी. लंबे समय से उनके डेब्यू को लेकर लेकर चर्चाएँ थीं और आखिरकार 2025 में आजाद में हिंदी सिनेमा में कदम रखा . इस फिल्म को को अभिषेक कपूर ने डायरेक्ट किया है और यह एक एक्शन-ड्रामा है.
राशा का फल्मों की दुनिया में पहला कदम
राशा के लिए यह सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि उनके करियर दिशा तय करने वाला पहला कदम था. दिलचस्प बात यह है कि उन्हेंने यह पहले माना था की उनका पहला ऑडिशन उतना अच्छा नहीं रहा . खुद राशा ने बताया था की मैं ऑडिशन में पूरी तरह से डिसास्टर थी.इसके बावजूद निर्देशक ने उनमें एक चमक और संभावनाएं देखीं. यह
ट्रेलर पर जनता की प्रतिक्रिया
“आज़ाद” का ट्रेलर सामने आते ही दर्शकों ने सोशल मीडिया पर अलग – अलग तरह की प्रतिक्रियाएँ दीं. एक ओर, राशा की झलक और उनकी आवाज को खूब सराहा गया. लोगों ने उनकी वॉइस को प्रिंसेस वॉइस तक बोलने लगे थे. उनकी नैचुरल स्कीन प्रेज़ेंस ने भी दर्शकों का ध्यान खींचा. वहीं, कई फैंस का मानना है कि उन्होंने पहली ही फिल्म में गंभीर और दमदार किरदार चुनकर सही फैसला लिया.
नेपोटिज्म को लेकर बहस
जहाँ तारीफें हुईं, वहीं आलोचनाएँ भी सामने आई. कुछ लोगों ने राशा को नेपो किड कहकर ट्रोल किया और कहा कि उन्हें मौके मिलना आसान था. लेकिन इस बहस से परे, यह भी साफ है कि दर्शक किसी भी कलाकार को लंबे समय तक सिर्फ परिवार के नाम के आधार पर स्वीकार नहीं करते. उन्हें अपने टैलेंट और मेहनत से ही साबीत करना पड़ता है. राशा का यह मानना है कि स्टूडेंट उन्होंने ऑफ द ईयर जैसी ग्लैमरस लॉन्च फिल्म की बजाय एक सच्चे और गहरे किरदार से शुरुआत की, क्योंकि वह चाहती थीं कि उनकी असली पहचान एक्टिंग से बने.
दर्शकों की उम्मीदें
पहली फिल्म के बाद लोगों की उम्मीदें राशा से बढ़ गई हैं.नकई लोग मानते हैं कि वह इंडस्ट्री में अपनी एक अलग जगह बना सकती हैं, बशर्त वह सही फिल्मों और किरदारों का चुनाव करें. उनकी सादगी और सीखने की ललक यह संकेत देती है कि वह केवल स्टारकिड टैग तक सीमित नहीं रहेंगी.

