Noida Nithari Case: निठारी कांड की कहानी किसी का भी दिल दहला सकती है जिसमें रेप, हत्या और बच्चों-महिलाओं के कंकाल नाले में मिले थे. इस कांड को भले ही 20 साल से ज्यादा हो गए हैं लेकिन, आज भी इसका जिक्र होता है तो रूह कांप जाती है. निठारी कांड में मोनिंदर सिंह पंढेर और सुरेंद्र कोली को आरोपी माना गया था. हालांकि, अब दोनों आरोपी रिहा कर दिए गए हैं, पहले कोठी मालिक मोनिंदर सिंह पंढेर को दोष मुक्त किया गया और इस मामले में कभी नरभक्षी कहे गए सुरेंद्र कोली को भी अब रिहा कर दिया गया है.
निठारी कांड एक बार फिर इसलिए सुर्खियों का हिस्सा बन गया है क्योंकि, कोठी नंबर डी-5 के मालिक मोनिंदर सिंह पंढेर ने एक इंटरव्यू दिया है और कई बातों का खुलासा किया है.
निठारी कांड पर कोठी मालिक मोनिंदर सिंह का क्या कहा?
मोनिंदर सिंह ने हाल में एक हिंदी चैनल को इंटरव्यू दिया है. इंटरव्यू में मोनिंदर सिंह पंढेर ने साफ तौर पर खुद को निर्दोष बता दिया है. पंढेर का कहना है, उन्होंने कुछ नहीं किया और वह साल 2004 में कोठी में आए थे. मोनिंदर सिंह पंढेर ने आगे बताया, जिस प्रॉपर्टी डीलर ने कोठी दिलाई थी सुरेंद्र कोली उसके पास काम करता था और उसी ने मुलाकात करवाई थी. इसके बाद से ही कोली उनके लिए काम करता था.
पंढेर ने आगे बताया, कोठी में वह अकेले नहीं रहता था, इस बात ने पूरी जांच को गुमराह किया था. कोली खाना बनाता था, सफाई और कपड़े धोने वाली 2 अलग-अलग महिलाएं थीं. इतना ही नहीं, दो और औरतें भी आती थीं, माली भी आता था और इस समय 2 ड्राइवर भी रहते हैं. यह सभी लोग दिनभर साथ रहते थे और रात के समय घर जाते थे.
कोठी डी-5 पर आती थीं एस्कॉर्ट्स!
मोनिंदर सिंह पंढेर ने इंटरव्यू में बताया, उन्होंने कभी कोठी पर पार्टी नहीं की थी. एक बार पार्टी हुई थी और वह भी बर्थडे था. पंढेर ने माना, एस्कॉर्ट्स वाली बाती सही है और वह कभी बुलाता भी था. लेकिन, उनके साथ सिर्फ शारीरिक संबंध नहीं थे. उनके साथ दोस्ताना रिश्ते भी थे. एक-दो लड़कियां काफी करीब थीं, उन्होंने कोर्ट में बयान दिया. पेड सेक्स कभी दिक्कत नहीं था.
पंढेर ने आगे कहा, आप पूछेंगे क्यों-क्या वजह थी. उन्हें घर में सुकून मिलता था. पहली बात घर खाली था, उनको खाना मिलता था. खाना बनाने के लिए नौकर था वह अपनी मर्जी से रहती थीं, कभी ड्रिंक करती थीं. कभी हंसती-खेलती और डांस करती थीं. कभी-कभी उन लड़कियों के पति भी आते थे और वह उस समय कोठी में होते थे, सुरेंद्र कोली भी साथ होता था.
सुरेंद्र कोली के सिर पर मड़ा इल्जाम!
मोनिंदर सिंह पंढेर से इंटरव्यू में पूछा गया जब सुरेंद्र कोली ने यह सब देखना शुरू किया तो उसके अंदर अरमान जागे, शैतानियत जागी और क्या उसपर उसका बहुत असर पड़ा. सवाल के जवाब में पंढेर ने कहा, इसका जवाब वही दे सकता है. किसी के दिमाग के बारे में वह कैसे बोल सकते हैं. इंसान डूबता क्या नहीं कहता और जब उसका नाम मामले में आ रहा है, उसपर उंगली उठ रही है तो वह कुछ भी कह सकता है. पर उसने (कोली) यह सब उनसे (पंढेर) से नहीं कही है. पंढेर ने आगे रहा, उन्हें वह बढ़िया इंसान लगा था और अच्छा न होता तो वह रखते ही नहीं.
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कोठी को लेकर मोनिंदर सिंह पंढेर ने खोले राज
मोनिंदर सिंह पंढेर ने कोठी और हत्याओं के कनेक्शन जुड़ने पर कहा, उन्हें हैरानी थी कि पब्लिक को पहले से पता था कि डी 5 में क्या हुआ है और वह तो उस समय पुलिस कस्टडी में थे. साथ ही पुलिस वालों के साथ कनेक्शन और सुरेंद्र कोली पर इल्जाम डालने वाली बात पर बंढेर ने कहा, सबसे पहली बात इन्वेस्टिगेशन के लिए कोई घर आएगा नहीं? इसके अलावा कोई रास्ता है तो बताएं, पब्लिक को भी पता होना चाहिए. इन्वेस्टिगेशन के लिए आएंगे, पूछताछ करेंगे तो घर के अंदर आएंगे ही ना.
मोनिंदर सिंह पंढेर ने इंटरव्यू में यह भी कहा कि नाले में कंकाल मिलने तक सारी बात खुल गई थी कि यह सीरियल किलिंग का मामला है और उनका कनेक्शन पहले पायल से बनाया गया था, बच्चों की कहानी थी ही नहीं, यह तो 29 तारीख को सामने आया था. इसके बाद पंढेर ने खुद को लेकर कहा कि इस मामले में जो जांच हुई उसमें कोई आरोप पत्र CBI ने दाखिल नहीं किया था. रेप और मर्डर में किसी एंजेसी ने उन्हें आरोपी नहीं बनाया था. कोर्ट ने लोगों के प्रेशर और बयानों के आधार के साथ उस समय के माहौल को देखते हुए उन्हें आरोपी बना दिया गया था. पंढेर ने आगे कहा, अगर सही जांच होती तो सच सामने आता, कोई भी होता, क्या सच निकलता उस बारे में वह कुछ नहीं कह सकते हैं…
क्या है नोएडा का 2006 वाला निठारी कांड?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 2005 और 2006 के दौरान में कई बच्चे गायब हो रहे थे. गायब होने वाले बच्चों में 7 से लेकर 13-14 साल के बच्चे शामिल थे. लेकिन, यह मामला तब खुला जब साल 2006 के दिसंबर में एक कॉल गर्ल की तलाश में पुलिस निठारी D-5 कोठी पहुंची. तलाश हुई तो नाले से 19 से 20 बच्चों और महिलाओं की हड्डियां-कंकाल मिले. मामले की जांच हुई तो पूरे देश में हड़कंप मच गया था.
रिपोर्ट्स की मानें तो निठारी कांड में 17 से ज्यादा नरकंकाल मिलने की बात सामने आई थी. नोएडा पुलिस के बाद CBI जांच हुई थी. इसके बाद आरोपियों सुरेंद्र कोली और मनिंदर सिंह पंढेर को फांसी की सजा सुनाई गई थी. लेकिन, बीते दिनों इलाहाबाद हाईकोर्ट ने दोनों आरोपियों को फांसी की सजा से बरी और मुक्त कर दिया. क्योंकि, इस मामले में CBI पर्याप्त सबूत नहीं दे पाई थी.
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