दिमागी खेल हमेशा से इंसान को आकर्षित करते रहे हैं। ये न केवल मनोरंजन देते हैं बल्कि हमारे मस्तिष्क की क्षमता को भी परखते हैं। किसी तस्वीर में अंतर खोजना देखने में आसान लगता है, लेकिन जब सीमित समय दिया जाए, तो यह चुनौती और भी कठिन हो जाती है.
पहला अंतर– रंग की बारीकी
कई बार तस्वीर में बदलाव इतने हल्के होते हैं कि उन्हें पकड़ना कठिन हो जाता है. रंग का मामूली अंतर, जैसे किसी फूल की पंखुड़ी का हल्का-सा शेड बदल जाना या कपड़े का रंग गहरा होना, हमारी नज़र से आसानी से छूट सकता है. यह अंतर दर्शाता है कि हमें सतही नज़र से नहीं बल्कि गहराई में जाकर देखना चाहिए. इस अभ्यास से व्यक्ति का अवलोकन कौशल विकसित होता है और वह सूक्ष्म भिन्नताओं को पहचानने में निपुण होता है.
दूसरा अंतर – आकृति का बदलाव
कुछ अंतर वस्तु के आकार या आकृति से जुड़े होते हैं. उदाहरण के लिए, किसी कप का हैंडल बड़ा कर देना या किसी किताब के किनारे को गोल बना देना. इस तरह के बदलाव हमारी सामान्य धारणा को चुनौती देते हैं, क्योंकि दिमाग पहले से जानी-पहचानी आकृतियों को याद रखता है. जब वही आकृति थोड़ी बदली हुई मिलती है, तो उसे पहचानने के लिए अतिरिक्त ध्यान देना पड़ता है. यह अंतर सोचने की क्षमता और स्मृति को सक्रिय करता है.
तीसरा अंतर – वस्तु का गायब हो जाना
यह अंतर सबसे चौंकाने वाला होता है, क्योंकि इसमें तस्वीर की किसी वस्तु को हटा दिया जाता है. जैसे मेज़ पर रखा पेन अचानक दूसरी तस्वीर में नजर न आए या दीवार पर टंगी घड़ी अचानक ग़ायब हो जाए. इस प्रकार का बदलाव हमारी स्मरण शक्ति को परखता है. जो लोग हर छोटी-छोटी वस्तु पर ध्यान देते हैं, वे इस तरह का अंतर जल्दी ढूँढ लेते हैं. इससे दिमाग को जानकारी संग्रहित करने और तुलना करने की क्षमता में सुधार होता है.
चौथा अंतर – स्थान का परिवर्तन
कभी-कभी वस्तु पूरी तरह से हटाई नहीं जाती, बल्कि उसकी जगह बदल दी जाती है. जैसे कुर्सी को तस्वीर में थोड़ा आगे खिसका देना या खिड़की का पर्दा दाईं ओर से बाईं ओर कर देना. यह अंतर बहुत चालाकी से छिपाया जाता है और देखने वाले को भ्रमित कर सकता है. इसे ढूँढने के लिए व्यक्ति को दोनों तस्वीरों को ध्यानपूर्वक स्कैन करना पड़ता है.
पाँचवाँ अंतर – अतिरिक्त तत्व का जोड़
कभी तस्वीर में कोई नया तत्व जोड़ दिया जाता है. उदाहरण के लिए, टेबल पर अचानक एक अतिरिक्त कप आ जाना या किसी व्यक्ति की शर्ट पर नया बटन नज़र आना। यह अंतर पहली नज़र में अजीब लगता है, लेकिन अक्सर लोग इसे नज़रअंदाज कर देते हैं क्योंकि वे हटाए गए तत्वों की खोज में व्यस्त रहते हैं. इस तरह के बदलाव हमें दिखाते हैं कि केवल कमी ही नहीं बल्कि बढ़ोतरी को भी ध्यान से देखना चाहिए.

