IRCTC Scam Case: क्या राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव से जुड़े आईआरसीटीसी घोटाला मामले में अदालत के आदेश का बिहार चुनाव पर कोई असर पड़ेगा? दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने सोमवार को आईआरसीटीसी घोटाले के अन्य आरोपियों समेत लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप तय किया गया. विशेष सीबीआई न्यायाधीश विशाल गोगने के समक्ष सुनवाई हुई जिसमें लालू परिवार समेत सभी आरोपी व्यक्तिगत रूप से मौजूद थे. अदालत ने कहा कि इस मामले में भ्रष्टाचार की साजिश रची गई थी और आरोपियों को इसका सीधा फायदा हुआ. अदालत के फैसले पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं शुरू हो गई है. कांग्रेस पार्टी ने कहा कि यह एक पुराना मामला है और इसका बिहार चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
तेजस्वी यादव ने क्या कहा?
तेजस्वी यादव ने कहा कि ‘हम इस मामले को कानूनी तौर पर लड़ेंगे. हमने शुरू से कहा था कि चुनाव आते-आते ऐसी चीजें होंगी. हम अदालत के फैसले का सम्मान करते हैं और अदालत में अपना पक्ष रखेंगे. जिस व्यक्ति ने रेलवे को 90,000 करोड़ रुपये का मुनाफा दिया और हर बजट में किराया कम किया. वह ऐतिहासिक रेल मंत्री के रूप में जाने जाते हैं. हार्वर्ड और आईआईएम के छात्र लालू जी से सीखने आते थे. उन्हें मैनेजमेंट गुरु कहा जाता है. बिहार और देश की जनता सच्चाई जानती है.’
आईआरसीटीसी मामले पर प्रमोद तिवारी ने क्या कहा?
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि ‘यह कार्रवाई ऐसे समय में संदिग्ध लगती है जब बिहार में नामांकन प्रक्रिया चल रही है और तेजस्वी यादव मुख्य विपक्षी दल के नेता है. हमें इसकी टाइमिंग पर आपत्ति है. अदालत ने कहा कि यह घोटाला लालू प्रसाद यादव की जानकारी में हुआ था. उनके परिवार के सदस्यों को कम कीमत पर ज़मीन दी गई थी. अदालत ने आरोपियों की दलीलों को खारिज करते हुए कहा कि पूरे मामले में पुख्ता सबूत मौजूद हैं और लालू यादव खुद इस घोटाले के मुख्य साजिशकर्ता है.
पप्पू यादव ने क्या कहा?
आईआरसीटीसी घोटाले में लालू यादव के परिवार पर आरोप तय होने पर निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने कहा कि इस हमाम में सब नंगे है. अभी हमारे पास हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट जाने का विकल्प है. खैर अभी हम अदालत के फैसले का सम्मान ही कर सकते है. हमारे पास अदालत जाकर यह पता लगाने का विकल्प है कि हम इस साजिश का शिकार कैसे हुए. अदालत ने अभी केवल संज्ञान लिया है और आरोप पत्र दाखिल किया है. अब यह मूल्यांकन किया जाएगा कि लालू यादव की इसमें कितनी प्रत्यक्ष संलिप्तता थी.
मनोज तिवारी ने क्या कहा?
भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कह कि यह एक पुराना मामला है और यह चौंकाने वाला है कि राजद नेताओं ने नौकरी के बदले ज़मीन ली. नौकरी के बदले ज़मीन मांगना भ्रष्टाचार का एक अनोखा रूप है. यह सुनने में बहुत अजीब लगता है. अगर आरोप साबित हो जाते हैं, तो यह बड़ी खबर होगी.

