Dular Chand Murder Case: जन सुराज समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या के सिलसिले में बिहार के पूर्व विधायक अनंत सिंह की गिरफ्तारी से परिवार अभी भी संतुष्ट नहीं है. रविवार को अनंत की गिरफ्तारी के कुछ घंटे के ही बाद मृतक दुलार चंद के पोते ने कहा कि जब तक सभी पांचों आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर लिया जाता और उन्हें मौत की सजा नहीं मिल जाती तब तक ब्रह्मभोज (औपचारिक भोज) नहीं होगा. मोकामा से जदयू उम्मीदवार और स्थानीय अनंत सिंह का नाम चार अन्य लोगों के साथ एक प्राथमिकी में दर्ज किया गया है. यह प्राथमिकी गैंगस्टर से नेता बने दुलारचंद यादव के पोते की शिकायत के आधार पर दर्ज की गई है, जिनका नाम कई आपराधिक मामलों में दर्ज है.
हम ‘ब्रह्मभोज’ नहीं करेंगे…
दुलार यादव के पोते ने आरोप लगाया है कि “हम अपने दादा की हत्या में शामिल सभी पांच लोगों की गिरफ्तारी की मांग करते है. मेरे दादा की हत्या उनके विरोधियों ने प्रशासन की मदद से की थी.” उन्होंने यह भी कहा कि “जब तक सभी पांचों आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर लिया जाता और उन्हें मृत्युदंड नहीं मिल जाता, तब तक हम किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद किया जाने वाला ब्रह्मभोज (अनुष्ठान भोज) नहीं करेंगे.” दुलारचंद के पोते की शिकायत पर दर्ज की गई प्राथमिकी में स्थानीय नेता अनंत सिंह और चार अन्य को आरोपी बनाया गया है. सिंह, जो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के टिकट पर मोकामा सीट पर फिर से कब्ज़ा करने की कोशिश कर रहे थे. इस मामले में रविवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया है.
पुलिस ने यादव की हत्या में कथित संलिप्तता के आरोप में दो अन्य व्यक्तियों, मणिकांत ठाकुर और रंजीत राम को भी गिरफ्तार किया. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि तीनों को रविवार को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा.
अनंत सिंह को कहां गिरफ्तार किया गया?
पुलिस ने अनंत सिंह को बाढ़ के कारगिल मार्केट से गिरफ्तार किया, जहां से वे उन्हें पटना ले गए. पुलिस रात करीब 11:30 बजे घटनास्थल पर पहुंची और थोड़ी पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया. पटना के एसएसपी ने अनंत सिंह की गिरफ्तारी की पुष्टि की. ज़िला मजिस्ट्रेट ने भी इस मामले पर एक बयान जारी किया. दोनों अधिकारियों ने कहा कि शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करने के लिए कानून का सख्ती से पालन किया जाएगा.

