Bihar Vidhan Sabha Chuanv 2025: बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है. इस बार राजनीति और सिनेमा का एक दिलचस्प संगम देखने को मिल रहा है. कई भोजपुरी सितारे चुनावी मैदान में हैं. कुछ उम्मीदवार के तौर पर तो कुछ प्रचारक के तौर पर है. इनमें सबसे चर्चित नाम भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव का है. जो राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के टिकट पर छपरा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. खेसारी जहां अपने जनसमर्थन को वोटों में बदलने की कोशिश कर रहे है. वहीं भोजपुरी सिनेमा की शीर्ष अभिनेत्री अक्षरा सिंह ने उनका खुलकर विरोध किया है.
अक्षरा सिंह ने क्यों किया विरोध?
दरअसल एक इंटरव्यू के दौरान जब अक्षरा सिंह से खेसारी लाल यादव के छपरा से चुनाव लड़ने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने शुरुआत में बेरुखी से कहा कि ‘मैंने रील पर कुछ देखी थी. लेकिन मैं छठ पूजा में व्यस्त थी, इसलिए मुझे इसके बारे में ज़्यादा जानकारी नहीं थी. जब मैं पटना लौटी, तो मुझे पता चला कि खेसारी चुनाव लड़ रहे है. रितेश पांडे भी चुनाव लड़ रहे है. सभी भोजपूरी इंडस्ट्री से है. अच्छा होगा कि सभी लोग आगे बढ़ें.”
मै खेसारी का समर्थन क्यो करूं- अक्षरा सिंह
लेकिन जब उनसे पूछा गया कि क्या वह खेसारी लाल यादव का समर्थन करेंगी, तो अक्षरा सिंह का जवाब कड़ा और बेबाक था. उन्होंने कहा कि “खेसारी खुलेआम मेरा अपमान करते हैं, तो मैं उनका समर्थन कैसे कर सकती हूं? हम उनका समर्थन तभी करेंगे जब कोई उनसे समर्थन मांगे और उन्हें अपना समझे. मैं किसी ऐसे व्यक्ति का समर्थन क्यों करूं जो खुलेआम मेरा अपमान करता है? एक इंसान होने के नाते मैं इतना जरूर कहूंगी कि वह हमारी भोजपूरी इंडस्ट्री से हैं, उन्हें आगे बढ़ने और तरक्की करने दीजिए, क्योंकि अगर वह सफल हुए तो इंडस्ट्री का मान बढ़ेगा.”
अक्षरा सिंह का निशाना
अक्षरा सिंह ने खेसारी का नाम लिए बिना उन पर कटाक्ष जारी रखा. उन्होंने कहा कि “अगर कोई महिलाओं के सम्मान की बात करता है, तो उसे सभी के साथ समान व्यवहार करना चाहिए. ऐसा नहीं है कि वे एक महिला को नीचा दिखाते हैं और दूसरी की तारीफ करते हैं. वह (खेसारी) पहले ऐसे नहीं थे, लेकिन अब वह तरह-तरह की बातें करते रहते है.”
पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह का समर्थन
इसी बातचीत के दौरान अक्षरा सिंह ने पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह के चुनाव लड़ने पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि “ज्योति सिंह का चुनाव लड़ना बहुत अच्छा है. एक महिला होने के नाते, मैं चाहती हूं कि वह आगे बढ़ें. वह जो भी कर रही हैं, अपने दम पर कर रही हैं. कोई किसी और के सफर को नहीं जानता है. अगर हम एक-दूसरे का समर्थन नहीं कर सकते, तो एक-दूसरे को क्यों खींच रहे हैं? मैं उनका समर्थन करती हूं और चाहती हूं कि वह जीतें.”

