Sugauli Assembly Election 2025: बिहार की राजनीति में हर विधानसभा क्षेत्र का अपना एक अलग महत्व और अहमियत है. इस साल के अंत में बिहार में चुनाव होने हैं और इसे लेकर बिहार की राजनीति गरमा गई है. आने वाले दिनों में बिहार की सत्ता में कौन आएगा. ये तो आने वाला समय ही बताएगा. इस चुनावी हलचल के बीच आज हम आपको सुगौली विधानसभा क्षेत्र के बारे में बताने जा रहे है.
सबसे पहले सुगौली के बारे में जाने
पश्चिम चंपारण जिला बिहार के 38 जिलों में से एक है. इस जिले में कुल 9 विधानसभा सीटें है. सुगौली विधानसभा क्षेत्र पश्चिम चंपारण लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है. 2008 के परिसीमन से पहले इसे बेतिया लोकसभा क्षेत्र के नाम से जाना जाता था. पश्चिम चंपारण लोकसभा क्षेत्र में कुल 6 विधानसभा सीटें शामिल है. नौतन, चनपटिया, बेतिया, रक्सौल, सुगौली और नरकटिया. इस सीट पर पहली बार 1952 में चुनाव हुए थे. 1957 में इस सीट पर चुनाव नहीं हुए थे.
2000 में विजय प्रसाद गुप्ता जीता
2000 में कोसल पार्टी के विजय प्रसाद गुप्ता यहां से जीता था. उन्होंने भाकपा के रामाश्रय सिंह को 506 मतों से हराया था.
2005 में बिहार में दो बार चुनाव हुए
2005 में बिहार में दो बार चुनाव हुए थे. फरवरी 2005 के चुनाव में निवर्तमान विधायक जीता था. इस बार विजय प्रसाद गुप्ता ने राजद से चुनाव लड़ा और उन्होंने भाकपा के रामाश्रय सिंह को 633 मतों से हराया था. हालांकि पिछली बार विजय प्रसाद गुप्ता को भारी जीत नहीं मिली थी.
भाजपा ने सीट पर कब्जा किया
अक्टूबर 2005 में दूसरी बार चुनाव हुए थे. इस चुनाव में भाजपा के रामचंद्र साहनी जीत था. उन्होंने राजद के 2 बार के विधायक विजय प्रसाद गुप्ता को 6,605 मतों से हरा दिया था. 2010 में भी दोनों के बीच मुकाबला था. भाजपा के रामचंद्र साहनी ने राजद के विजय प्रसाद गुप्ता को 12,379 मतों से हरा दिया.
2015 में रामचंद्र साहनी फिर जीता
2015 में भाजपा के रामचंद्र साहनी ने फिर से जीत हासिल की और जीत की हैट्रिक बनाई. उन्होंने राजद के ओम प्रकाश चौधरी को 7,756 मतों से हराया था.
2020 में ये सीट राजद के खाते में गई
राजन ने 2020 में यह सीट जीती. उन्होंने राजद के भूषण सिंह को 3,447 मतों से हरा दिया. जो पहले भाजपा के टिकट पर तीन बार जीत चुके थे और अब विकासशील इंसान पार्टी से चुनाव लड़ रहे है.
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