What is Fitment Factor: 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) का 1.2 करोड़ केंद्रीय कर्मचारी और पेंशनरों का कई दिनों से इंतजार है. इस साल की शुरुआत में केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा दी गई हरी झंडी अभी भी स्थिर बनी हुई है और अब तक कोई प्रगति नहीं हुई है. आयोग के अध्यक्ष का पद अब तक रिक्त है और संदर्भ की शर्तें (TOR) का अधूरा होना है, जो कार्यक्षेत्र निर्धारित करने में महत्वपूर्ण माना जाता है. ये दो बुनियादी कदम आयोग को कोई भी आधिकारिक मूल्यांकन या सिफारिश प्रक्रिया शुरू करने में असमर्थ बनाते हैं.
कब तक लागू होगा 8वां वेतन आयोग? (When will the 8th Pay Commission be implemented?)
अगर पिछले वेतन आयोग के गठन को देखें तो आयोग के गठन से कार्यान्वयन तक पहुंचने में 2-3 साल लगने की संभावना है. साल 2013 में 7वें वेतन आयोग की घोषणा हुई थी, लेकिन 2016 के मध्य में 7वें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू की गई. अगर 8वां वेतन आयोग 2026 की शुरुआत तक काम करना शुरू करता है, तो कर्मचारियों को वेतन के संभावित समायोजन के लिए 2027 या 2028 के मध्य तक इंतज़ार करना पड़ सकता है. इस प्रकार देरी से सभी वित्तीय उन्नयन स्थगित हो जाते हैं और सेवानिवृत्त कर्मियों के लिए पेंशन संरचना और लाभों में संभावित बदलाव भी बरकरार रहते हैं.
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8वें वेतन आयोग से किसे और क्या मिलेगा लाभ? (Who will get what benefits from the 8th Pay Commission?)
8वें वेतन आयोग के गठन से लगभग 50 लाख सेवारत केंद्रीय कर्मचारियों और 65 लाख पेंशनभोगियों के वेतन और लाभ संबंधी पहलुओं पर असर पड़ने की उम्मीद है, जिसमें सिविल सेवक, रक्षा कर्मचारी और केंद्र सरकार के अन्य कर्मचारी शामिल हैं. मूल वेतन, पेंशन गणना और संशोधन योग्य भत्तों में महंगाई भत्ता शामिल है, जो सरकारी वेतन को मुद्रास्फीति से जोड़ता है. उम्मीद जताई जा रही है कि 1 जनवरी 2028 तक इसे लागू किया जा सकता है. हालांकि, आयोग के गठन को लेकर अब तक कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है.
क्या होता है फिटमेंट फैक्टर? (What is fitment factor?)
किसी भी वेतन आयोग में सैलरी कैलकुलेशन के लिए ‘फिटमेंट फैक्टर’ (Fitment Factor) बहुत मायने रखता है. ये बेसिकली एक मल्टीप्लायर होता है, जिससे किसी कर्मचारी की मौजूदा बेसिक सैलरी यानी मूल वेतन को मल्टीप्लाई (गुना) कर नई बेसिक सैलरी तय की जाती है. छठे वेतन आयोग में न्यूनतम बेसिक सैलरी 7,000 रुपये थी और सातवें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 था. इस फॉर्मूले के तहत न्यूनतम बेसिक सैलरी 7,000 रुपये से बढ़ कर सीधे 18,000 रुपये हो गई थी.
हालांकि, 8वें वेतन आयोग का अब तक ऑफिशियल नोटिफिकेशन नहीं आया है. इसको लेकर अब तक कई रिपोर्ट्स सामने आ चुकी हैं, जिनमें अलग-अलग फिटमेंट फैक्टर की चर्चा की गई है. कुछ रिपोर्ट्स में 1.92 तो कुछ में 2.86 तक के फिटमेंट फैक्टर की चर्चा है. एक संभावना ये जताई जा रही है कि आयोग 2.46 फिटमेंट फैक्टर लागू कर सकता है.
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