Pakistan Convertion Case: पाक से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. दरअसल, पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक अदालती आदेश के बाद, एक हिंदू लड़की, जिसका अपहरण कर लिया गया था, उसे जबरन धर्मांतरण करा दिया गया था और एक बुज़ुर्ग मुस्लिम व्यक्ति से उसका निकाह करा दिया गया था. इस मामले में लड़की के माता-पिता का प्रतिनिधित्व कर रहे हिंदू कार्यकर्ता शिव काछी का कहना है कि कराची से लगभग 310 किलोमीटर पहले उमरकोट की एक अदालत ने सुनीता कुमारी महाराज को उसके परिवार से मिलाने का आदेश दिया.
जबरदस्ती कराया गया धर्म परिवर्तन
जानकारी के मुताबिक सुनीता का मीरपुरखास ज़िले के कुनरी कस्बे से अपहरण किया गया जिसके बाद हिंदू लड़की का जबरन धर्मांतरण कर दिया गया. धर्मांतरण के बाद, सुनीता की जबरन एक बुज़ुर्ग मुस्लिम व्यक्ति से शादी भी करा दी गई. स्थानीय हिंदू समुदाय के नेताओं और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने कहा कि सुनीता उन चंद भाग्यशाली हिंदू लड़कियों में से एक है जिन्हें न्याय मिला.
ये ऐसी पहली लड़की नहीं…
उमरकोट के वकील चंदर कोहली ने सोमवार को कहा कि सुनीता का मामला कोई अकेला मामला नहीं है. हिंदू लड़कियों का अपहरण, जबरन धर्मांतरण और निकाह एक ऐसा संकट है जो सिंध में हमारे समुदाय को आतंकित कर रहा है. इतना ही नहीं इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि सुनीता के माता-पिता और कार्यकर्ताओं द्वारा मामला दर्ज कराने के बाद, उन्होंने उसे उमरकोट में पाया. कई सुनवाइयों के बाद, अदालत ने उसे एक “सुरक्षित घर” भेज दिया.
सुनीता ने बताई आपबीती
सुनीता 10 अक्टूबर को मीरपुरखास ज़िले की एक सत्र अदालत में पेश हुई और उसने न्यायाधीश को इस बात की जानकारी दी है कि उसका अपहरण कर लिया गया है, उसका धर्म परिवर्तन कराया गया है और उसकी इच्छा के विरुद्ध एक बुज़ुर्ग मुस्लिम व्यक्ति से उसका निकाह करा दिया गया. अदालत ने संबंधित अधिकारियों को अंतिम फ़ैसला आने तक लड़की को एक सुरक्षित घर में रखने का निर्देश दिया.
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