Mughal emperor harem secrets: ‘हरम’ एक ऐसी जगह जहां देश-विदेश की बला की खूबसूरत महिलाओं को मुग़ल बादशाह रखते थे. हरम में बेगमें भी रहती थीं, मुग़ल काल में हरम का एक विशेष स्थान था. यहां अक्सर बादशाह अपनी थकान मिटाने जाया करते थे. दबी जुबान में कहें तो मुग़ल काल में ये बादशाहों की अय्याशी का अड्डा था. हरम से जुड़े कई किस्से मशहूर हैं मसलन वहां कौन आ जा सकता था और किसे वहां फटकने की मनाही थी. हरम में चोरी छिपे पकड़े जाने पर क्या सजा दी जाती थी आदि. आज हम आपको हरम से जुड़े कुछ ऐसे ही किस्से सुनाएंगे साथ ही बताएंगे कि अपनी सेक्स पॉवर यानी कामोत्तेजना बढ़ाने के लिए मुग़ल बादशाह क्या खाते थे.
कामोत्तेजना बढ़ाने के लिए खाते थे ये फल
इतिहासकारों की मानें तो मुग़ल शासक अलाउद्दीन खिलजी अपनी कामोत्तेजना बढ़ाने के लिए आम का सेवन करता था. कहते हैं उसने आम को कामोत्तेजक फल घोषित कर दिया था. वहीं, बादशाह जहांगीर भी आम का सेवन अपनी सेक्स पॉवर बढ़ाने के लिए किया करता था. बताते हैं कि शराब के शौक़ीन जहांगीर के लिए ख़ास तौर पर आम और गुलाब के अर्क से शराब तैयार की जाती थी.
हरम के अंदर होती थी एक अलग ही दुनिया
हरम के अंदर मौजूद महिलाओं के लिए नियम बेहद सख्त थे. उन्हें बाहर किसी से भी मिलने-जुलने की आजादी नहीं थी. यहां तक कि यदि वे हरम में बादशाह के अलावा किसी भी और मर्द से चोरी छिपे संबंध बना भी लें तो पकड़े जाने पर उन्हें क़त्ल कर दिया जाता था. यही वजह थी कि हरम के अंदर फांसी घर विशेष तौर पर बनावाया जाता था. वहीं, हरम में मौजूद महिलाओं के लिए दूसरी सबसे बड़ी मुसीबत बेगमें हुआ करती थीं. इतिहासकार बताते हैं कि हरम में बादशाह जब भी किसी अन्य महिला के साथ करीबी बढ़ाते तो उसे बेगमें मरवा दिया करती थीं. दरअसल, हरम के अंदर बादशाह की करीबी पाने की होड़ सी लगी रहती थी, वो जिस भी महिला पर हाथ रख दे उसका पहला और आखिरी काम होता था कि बादशाह की हर ख़ुशी का हर कीमत पर ध्यान रखना, चाहे फिर बादशाह जो कहे, उन्हें वो करना पड़ता था.

