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E-Passport: क्या होता है ई-पासपोर्ट, कैसे करें इसकी पहचान, फायदे से लेकर आवेदन प्रोसेस तक जानें सबकुछ

What Is E-Passport: भारत में अब हर कोई इ-पासपोर्ट बनवाने के लिए काफी एक्साइटेड है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इसे बनवाने से क्या फायदा होगा? आइए आज हम आपको सबकुछ बताते हैं कि इसके लिए कैसे अप्लाए करें और इसके फायदे क्या हैं-

Published by sanskritij jaipuria

What Is E-Passport: जब से भारत सरकार ने ई-पासपोर्ट (E-Passport) की शुरुआत की है, तब से देश भर के लोग इसे बनवाने के लिए काफी एक्साइटेड हैं. ये नया, मॉडर्न पासपोर्ट धारकों (Passport Holders) के डेटा को पूरी तरह सेफ रखने के लिए डिजाइन किया गया है. इसकी सबसे बड़ी खासियत ये है कि इसमें कॉन्टैक्टलेस आरएफआईडी (RFID) चिप यानी रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन चिप लगी हुई है. इसी चिप की वजह से ये लोगों के बीच काफी फेमस है और लोग इसकी काफी मांग कर रहे हैं.

ये नया ई-पासपोर्ट सेफटी को बहुत ज्यादा बढ़ा देता है, जिससे यात्रा आसान और ज्यादा सेफ हो जाती है. ये एक ऐसा बदलाव है जो भारत को इंटरनेशनल यात्रा के मॉडर्न स्टैण्डर्ड (International Travel Standards) के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने में मदद करेगा.

अभी तक कितने ई-पासपोर्ट जारी किए गए?

सरकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, अब तक देश के भीतर लगभग 80 लाख (8 मिलियन) ई-पासपोर्ट जारी किए जा चुके हैं. इसके अलावा, विदेशों में स्थित भारतीय मिशनों (Indian Missions Overseas) ने भी लगभग 62,000 ई-पासपोर्ट जारी किए हैं.

यदि आप भी उन लोगों में से हैं जो इस मॉडर्न ई-पासपोर्ट को पाना चाहते हैं, तो नीचे हम आपको ये बता रहे हैं कि इसे पाने की प्रक्रिया क्या है और इसके लिए कितनी शुल्क (Fees) देनी पड़ती है.

ई-पासपोर्ट क्या है?

ई-पासपोर्ट एक ऐसा पासपोर्ट है जो देखने में तो भारतीय पासपोर्ट जैसा ही लगता है, लेकिन इसके पीछे की तरफ के कवर के अंदर एक एम्बेडेड इलेक्ट्रॉनिक चिप (Embedded Electronic Chip) लगी होती है. यही चिप इसे नार्मल पासपोर्ट से अलग बनाती है.

चिप में क्या होता है?

ये चिप पासपोर्ट धारक की निजी और बायोमेट्रिक (Biometric) जानकारी को पूरी सेफटी के साथ स्टोर करती है. इस जानकारी में मेन शामिल होते हैं:
उंगलियों के निशान (Fingerprints)
चेहरे की पहचान का डेटा (Facial Recognition Data)
डिजिटल हस्ताक्षर (Digital Signatures)
पर्सनलडिटेल विवरण जैसे नाम, जन्मतिथि आदि.

ये तकनीक ये भी सुनिश्चित करती है कि पासपोर्ट पर छपी हुई जानकारी, चिप के अंदर स्टोर की गई जानकारी से पूरी तरह मेल खाती हो. इस कारण, जाली पासपोर्ट (Forged Passport) बनाना या डेटा के साथ छेड़छाड़ करना लगभग असंभव हो जाता है. अगर कोई चिप से छेड़छाड़ करने की कोशिश करता है, तो चिप का ऑथेंटिकेशन (Authentication) फेल हो जाएगा और पासपोर्ट मान्य नहीं रहेगा.

ई-पासपोर्ट की पहचान

ई-पासपोर्ट की एक और खास पहचान है. इसके कवर पर एक खास सोने का प्रतीक (Special Gold Symbol) बना होता है. ये प्रतीक इसे हवाई अड्डों और सीमा सुरक्षा चौकियों (Border Security Checkpoints) पर आसानी से पहचानने में मदद करता है. इस चिप के कारण पासपोर्ट की स्कैनिंग (Scanning) और वैरिफीकेशन (Verification) जल्दी हो जाती है, जिससे यात्रियों का इंतजार का समय काफी कम हो जाता है. ये सुविधा यात्रियों को भीड़-भाड़ वाले इमिग्रेशन काउंटरों पर लंबी कतारों से बचाती है.

ई-पासपोर्ट के लिए कितना पैसा लगता है?

भारत में, नार्मल आवेदन प्रक्रिया (Regular Application Process) के तहत नए ई-पासपोर्ट की कीमत पारंपरिक पासपोर्ट के समान ही है:

 36 पेज वाली बुकलेट के लिए: ₹1,500
 60 पेज वाली बुकलेट के लिए: ₹2,000

ये ध्यान रखना जरूरी है कि ये फीस केवल नार्मल प्रक्रिया के लिए हैं. यदि कोई व्यक्ति तत्काल (Tatkal) प्रक्रिया के तहत ई-पासपोर्ट के लिए आवेदन करता है, तो इन फीस के ज्यादा तत्काल फीस भी देना होगा. तत्काल फीस आमतौर पर नार्मल फीस से ज्यादा होती है और इसे अतिरिक्त रूप से जमा करना पड़ता है.

क्या ई-पासपोर्ट नार्मल पासपोर्ट का ऑप्शन है?

ये समझना जरूरी है कि ई-पासपोर्ट, नार्मल पासपोर्ट का कोई ऑप्शन नहीं है. ये बस नार्मल पासपोर्ट का एक उन्नत (Upgraded) या ज्यादा एडवांस वर्जन है. इसे मेन रूप से सेफटी बढ़ाने, प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने और अंतर्राष्ट्रीय सीमा यात्रा की गति को बेहतर बनाने के लिए लाया गया है. यदि आपके पास पहले से नार्मल पासपोर्ट है, तो वो उसकी समाप्ति तिथि (Expiry Date) तक वैध रहेगा. आपको तुरंत ई-पासपोर्ट में बदलने की जरूरत नहीं है. जब भी आप नवीनीकरण (Renewal) के लिए आवेदन करेंगे, या नया पासपोर्ट बनवाएंगे, तो आपको ई-पासपोर्ट जारी किया जाएगा.

कौन ई-पासपोर्ट के लिए आवेदन कर सकता है?

कोई भी भारतीय नागरिक जो नार्मल पासपोर्ट के लिए योग्य (Eligible) है, वो अब ई-पासपोर्ट के लिए आवेदन कर सकता है. पात्रता के मानदंड (Eligibility Criteria) वही हैं जो नार्मल पासपोर्ट के लिए होते हैं.

आवेदन कहां करें?

शुरुआत में, ई-पासपोर्ट सुविधा देश भर के कुछ सीमित पासपोर्ट सेवा केंद्रों (PSKs) और डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्रों (POPSKs) पर ही दी जा रही है.

इसलिए, इच्छुक आवेदकों को आवेदन करने से पहले ये देखना होगा कि उनका स्थानीय पासपोर्ट कार्यालय (Local Passport Office) ई-पासपोर्ट जारी करना शुरू कर चुका है या नहीं. जैसे-जैसे ये प्रक्रिया आगे बढ़ेगी, सरकार की योजना है कि इस सेवा को धीरे-धीरे पूरे देश में फैलाया जाए, ताकि नए आवेदक और पासपोर्ट का नवीनीकरण कराने वाले दोनों ही इस नई सेवा का लाभ उठा सकें.

ई-पासपोर्ट के साथ, यात्रा दस्तावेजों का सत्यापन तेज और ज्यादा सटीक हो जाएगा, जिससे अंतर्राष्ट्रीय यात्रा का एक्सपीरिएंस पहले से कहीं बेहतर हो जाएगा.

ई-पासपोर्ट के लिए आवेदन प्रोसेस

ई-पासपोर्ट के लिए आवेदन करने का प्रोसेस लगभग वैसी ही है जैसे नार्मल पासपोर्ट के लिए होती थी. ये एक सरल, ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रक्रिया का मिश्रण है.

Step-1 ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन

1.  सबसे पहले, पासपोर्ट सेवा ऑनलाइन पोर्टल (Passport Seva Online Portal) पर जाएं.
2.  अगर आप नए यूजर हैं, तो ‘New User? Register Now’ लिंक पर क्लिक करें.
3.  जरूरी जानकारी भरकर अपना यूज़र आईडी (User ID) और पासवर्ड (Password) बनाएं.

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Step- 2: लॉग इन और आवेदन फॉर्म भरना

1.  अपने बनाए हुए यूजर आईडी और पासवर्ड से पोर्टल पर लॉग इन करें.
2.  Apply for Fresh Passport/Re-issue of Passport लिंक पर क्लिक करें।
3.  फॉर्म में मांगी गई सभी पर्सनल जानकारी सावधानीपूर्वक भरें. अगर आप पहली बार पासपोर्ट बनवा रहे हैं, तो ‘Fresh Passport’ चुनें. यदि आप पुराने पासपोर्ट को बदलवा रहे हैं, तो ‘Re-issue’ चुनें.
4.  फॉर्म भरने के बाद उसे सबमिट कर दें.

 Step- 3: शुल्क भुगतान और अपॉइंटमेंट

1.  सबमिट किए गए आवेदन को देखने के लिए View Saved/Submitted Applications स्क्रीन पर जाएं.
2.  वहां Pay and Schedule Appointment लिंक पर क्लिक करें. ऑनलाइन भुगतान (Online Payment) करना जरूरी है. आप क्रेडिट/डेबिट कार्ड, इंटरनेट बैंकिंग या एसबीआई बैंक चालान के माध्यम से भुगतान कर सकते हैं.
3.  भुगतान सफल होने के बाद, अपने नजदीकी पासपोर्ट सेवा केंद्र (PSK) या डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्र (POPSK) में जाने के लिए अपनी सुविधा के अनुसार अपॉइंटमेंट (Appointment) बुक करें.

Step- 4: पासपोर्ट सेवा केंद्र में उपस्थिति

1.  अपॉइंटमेंट की तारीख और समय पर सभी मूल दस्तावेजों (Original Documents) और उनकी फोटोकॉपी (Photocopy) के साथ PSK/POPSK पर जाएं.
2.  वहां आपके दस्तावेजों का वैरिफीकेशन (Document Verification) किया जाएगा.
3.  आपके बायोमेट्रिक्स (जैसे उंगलियों के निशान और फोटो) लिए जाएंगे, जो चिप में स्टोर होंगे.
4.  बायोमेट्रिक डेटा लिए जाने के बाद और वेरिफिकेशन पूरा होने के बाद, पासपोर्ट जारी करने वाले अधिकारी (Issuing Authority) अंतिम निर्णय लेंगे.

जरूरी दस्तावेज

सामान्य तौर पर, ई-पासपोर्ट के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की जरूरत होती है (जो सामान्य पासपोर्ट के लिए भी जरूरी होते हैं):

 पते का प्रमाण (आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पासबुक, बिजली/पानी का बिल आदि).
 जन्म तिथि का प्रमाण (जन्म प्रमाण पत्र, आधार, वोटर आईडी, मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट आदि).
 यदि पासपोर्ट का नवीनीकरण करा रहे हैं, तो पुराना मूल पासपोर्ट और उसके पहले और लास्ट पेज की कॉपी.

ई-पासपोर्ट के लाभ (Key Benefits)

ई-पासपोर्ट सिर्फ एक दस्तावेज नहीं, बल्कि यात्रा की सेफटी और सुविधा को बढ़ाने वाला एक बड़ा कदम है. इसके कई बड़े लाभ हैं:

 1. बढ़ी हुई सुरक्षा

आरएफआईडी चिप में स्टोर डेटा एन्क्रिप्टेड (Encrypted) होता है और डिजिटल रूप से हस्ताक्षरित (Digitally Signed) होता है. इससे पासपोर्ट की नकल करना, जाली पासपोर्ट बनाना, या पहचान की चोरी (Identity Theft) करना बहुत मुश्किल हो जाता है. ये चिप केवल ‘रीड-ओनली’ होती है, जिसका अर्थ है कि डेटा को केवल पढ़ा जा सकता है, बदला नहीं जा सकता.

 2. ते इमिग्रेशन प्रक्रिया

चिप को इमिग्रेशन काउंटरों पर लगे रीडर (Reader) द्वारा बहुत जल्दी स्कैन किया जा सकता है. इससे पासपोर्ट की जांच में लगने वाला समय सेकंडों में सिमट जाता है और यात्रियों को लंबी कतारों में कम खड़ा रहना पड़ता है. कई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों पर ऑटोमेटेड ई-गेट्स (Automated E-Gates) का उपयोग करके तेज क्लीयरेंस (Clearance) प्राप्त किया जा सकता है.

 3. वैश्विक मान्यता (Global Acceptance)

ई-पासपोर्ट अंतर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन (ICAO) के वैश्विक मानकों का पालन करते हुए बनाए गए हैं. इसका मतलब है कि ये दुनिया भर के अधिकांश देशों में स्वीकार्य हैं.

 4. धोखाधड़ी पर रोक

बायोमेट्रिक डेटा और डिजिटल एन्क्रिप्शन (Digital Encryption) के कारण, किसी और का नाम लेकर पासपोर्ट बनवाना (Impersonation) या धोखाधड़ी (Fraud) करना बहुत कठिन हो जाता है.  

 

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