IND VS PAK u19 Asia Cup Final: अंडर-19 एशिया कप फाइनल में भारत को पाकिस्तान के हाथों 191 रनों की करारी हार झेलनी पड़ी. दुबई में खेले गए इस मुकाबले में पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 347 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया, जिसके जवाब में भारतीय टीम सिर्फ 156 रनों पर सिमट गई. यह पाकिस्तान का अंडर-19 एशिया कप में दूसरा खिताब रहा. बल्लेबाजी, गेंदबाजी और रणनीति—तीनों मोर्चों पर भारतीय टीम कमजोर साबित हुई. इस हार के पीछे कई बड़े कारण रहे, जिनमें से पांच सबसे अहम रहे.
समीर मिन्हास को नहीं रोक पाई भारतीय टीम
पहला और सबसे बड़ा कारण रहा समीर मिन्हास को रोकने में नाकामी. पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज समीर मिन्हास ने फाइनल में 113 गेंदों पर 172 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली. वह पूरे टूर्नामेंट में शानदार फॉर्म में थे और फाइनल से पहले चार पारियों में 299 रन बना चुके थे. इसके बावजूद भारतीय टीम उनके खिलाफ कोई ठोस रणनीति बनाती नजर नहीं आई. गेंदबाजों ने उन्हें खुलकर खेलने दिया, जिसका खामियाजा टीम को बड़े स्कोर के रूप में भुगतना पड़ा.
भारतीय गेंदबाजी का पूरी तरह फ्लॉप
दूसरा कारण भारतीय गेंदबाजी का पूरी तरह फ्लॉप होना रहा. शुरुआती विकेट निकालने में नाकामी और डेथ ओवरों में खराब लाइन-लेंथ के चलते पाकिस्तान 347 रन तक पहुंच गया. इतने बड़े लक्ष्य ने भारतीय बल्लेबाजों पर अतिरिक्त दबाव डाल दिया, जिसका असर रन चेज के दौरान साफ दिखा.
दबाव में ढह गई भारतीय बल्लेबाजी
तीसरा अहम कारण दबाव में भारतीय बल्लेबाजी का ढह जाना रहा. लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम इंडिया की शुरुआत बेहद खराब रही. 49 रन के स्कोर तक तीन विकेट गिर चुके थे. वैभव सूर्यवंशी 26 रन बनाकर आउट हुए, जबकि कप्तान आयुष म्हात्रे सिर्फ 2 रन ही बना सके. विहान मलहोता और अभिज्ञान कुंडू जैसे इन-फॉर्म बल्लेबाज भी बड़े मैच के दबाव में जल्दी पवेलियन लौट गए. इसके बाद कोई भी बल्लेबाज पारी को संभाल नहीं पाया.
टॉस जीतकर पहले चुनी गेंदबाजी
चौथा कारण टॉस के बाद लिया गया गलत फैसला माना जा सकता है. अंडर-19 एशिया कप के इतिहास में फाइनल मुकाबलों में रन चेज करना हमेशा मुश्किल रहा है. अब तक 11 फाइनल में से सिर्फ दो बार ही लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम जीती है. इसके बावजूद भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी, जो भारी पड़ गई.
भारतीय बल्लेबाज भी हुए ढेर
इसके अलावा पाकिस्तानी पेस अटैक भारतीय बल्लेबाजों पर पूरी तरह हावी रहा. पाकिस्तान के सभी विकेट तेज गेंदबाजों ने लिए. अली रजा ने 6.2 ओवर में चार विकेट झटके, जबकि मोहम्मद सय्यम, अब्दुल सुभन और हुजैफा अहसान ने दो-दो विकेट चटकाए. नतीजतन, भारत को एकतरफा हार का सामना करना पड़ा और पाकिस्तान ने शानदार अंदाज में खिताब अपने नाम कर लिया.

