Guwahati Test: भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने शनिवार रात कोलकाता के वुडलैंड्स अस्पताल में मेडिकल देखरेख में बिताई. उनकी गर्दन में दर्द अचानक बढ़ गया. ईडन गार्डन्स में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन भारत की पहली पारी के दौरान रिटायर्ड हर्ट होने के कुछ ही घंटे बाद उनकी गर्दन में दर्द बढ़ गया. Rev Sportz की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस घटना ने 22 नवंबर से गुवाहाटी में शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट मैच में उनकी मौजूदगी पर संदेह पैदा कर दिया है.
क्या हुआ था?
गिल ने दूसरे दिन के खेल के पहले सत्र में साइमन हार्मर की गेंद पर स्लॉग स्वीप लगाया, जिससे उनकी गर्दन में झटका लगा था और वे शुरुआत में 4 रन पर ही मैदान से बाहर चले गए थे. फिजियो ने तुरंत उनका इलाज किया और हालांकि शुरुआत में चोट गंभीर नहीं लग रही थी, लेकिन जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया उनकी हालत बिगड़ती गई. शाम के सत्र तक, गिल को सर्वाइकल कॉलर में गर्दन में जकड़े हुए स्टेडियम से स्ट्रेचर पर बाहर ले जाना पड़ा, जिसके बाद मेडिकल स्टाफ ने उन्हें आगे की जांच के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया.
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि गिल की कई जांचें की गईं और ऐंठन से राहत के लिए उन्हें दवा दी गई है. वह रात भर निगरानी में रहे. शुरुआती संकेत बताते हैं कि उन्हें ठीक होने में कई दिन लग सकते हैं, जिससे आगामी गुवाहाटी टेस्ट में उनका खेलना बेहद संदिग्ध है.
ऋषभ पंत ने संभाला कार्यभार
शनिवार को दक्षिण अफ्रीका की दूसरी पारी के दौरान, ऋषभ पंत ने कप्तान के रूप में कार्यभार संभाला, जिससे संकेत मिला कि भारत गिल के तुरंत मैदान पर न लौटने की संभावना के लिए तैयारी कर रहा है. टीम मैनेजमेंट को उम्मीद नहीं है कि वह भारत की दूसरी पारी में तब तक बल्लेबाजी करेंगे जब तक कि मैच की स्थिति गंभीर न हो जाए.
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने पहले एक बयान जारी कर पुष्टि की थी कि गिल की गर्दन में ऐंठन के लिए निगरानी की जा रही है और उनके खेलने पर फैसला उनके ठीक होने के आधार पर लिया जाएगा.
भारत परिणाम के करीब पहुंच रहा है और टेस्ट तीसरे दिन जल्दी खत्म होने की संभावना है, ऐसे में गिल की गैर मौजूदगी न केवल इस मैच के बाकी बचे मैचों के लिए, बल्कि सीरीज़ के भविष्य के लिए भी चिंता का विषय है.

