72 hoorain In Islam: 72 हूरों का सच आप हो या हम हर कोई जानना चाहता है। सभी जानना चाहते हैं कि क्या सच में मरने के बाद जन्नत में 72 हूरों से मुलाकात होती है। मुस्लिम धर्म हूर की कहानी वैसी ही है, जैसे हिंदू धर्म में अप्सरा की कहानी। ऐसी सुंदर स्त्री जो जन्नत के अलावा कहीं और नहीं है। इस्लाम में इसी सुंदर स्त्री को हूर कहा जाता है। कहते हैं कि जो लोग इस्लाम के हर अकीदे को निभाते हैं, उन्हें मरने के बाद जन्नत नसीब होती है। इसी जन्नत में उनकी मुलाकात हूरों से होती है। हालांकि इस बात को लेकर मतभेद जारी है।
क्या है 72 हूरों का सच?
इस्लाम धर्म में मान्यता है कि हूरें बेहद खूबसूरत होती हैं। इनका शरीर पारदर्शी होता है। हूरों की हड्डियों में बहने वाला द्रव्य रूबी और मोतियों की लड़ियों की तरह दिखता है। यह एक सफेद गिलास में लाल शराब की तरह दिखता है। मान्यता है कि हर हूर किशोर वय की कन्या होती है।
कैसी दिखती हैं हूरें?
उन हूरों के शरीर की रचना बेहद आकर्षक होती है। हूर को लेकर कहा जाता है कि इनका चेहरा दर्पण से भी चमकदार होता है। इनके गाल में लोग अपना प्रतिबिंब देख सकता है। हर धर्म में मृत्यू के बाद स्वर्ग में जाने पर सुंदर स्त्रियों का जिक्र देखने को मिलती। हिंदू धर्म में इन्हें अपसराएं कहा जाता है और मुस्लि धर्म में इन्हें हूरें। आतंकवादियों को भी खुद की जान दांव पर लगाने के लिए 72 हूरों का लालच दिया जाता है।
Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इन खबर इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।

