Religious Significance of Havan: शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो गई है. इस बार चतुर्थी तिथि दो दिन होने की वजह से 9 दिन चलने वाला नवरात्रि का यह पावन त्योहार 10 दिनों तक मनाया जाएगा इस वर्ष 1 अक्टूबर 2025 के नौवें दिन महानवमी का त्योहार मनाया जाएगा, जो नवरात्रि में मा दुर्गा की साधना का अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण दिन माना जाता है और महानवमी के दिन हवन करने का विधान होता है, क्योंकि शास्त्रों के अनुसार माना जाता है हवन के बिना नवरात्रि की पूजा और व्रत अधूरा होता है और महानवमी के दिन हवन ना करने से नवरात्रि की पूजा का पूर्ण फल नहीं मिलता है.
हवन है एक पवित्र वैदिक अनुष्ठान
ज्योतिष शास्त्र और हिंदू मान्यताओं के अनुसार हवन एक पवित्र वैदिक अनुष्ठान होता है, जिसकी मदद से देवी-देवताओं का पूजन किया जाता है और यह आसपास के वातावरण को भी शुद्ध बनाता है. वहीं महानवमी के दिन हवन करना नवरात्रि में माता दुर्गा के नौ दिनों की भक्ति और संकल्प की पूर्णाहुति का प्रतीक होता है, जिससे देवी प्रसन्न होकर सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करती हैं
क्या है हवन का धार्मिक महत्व?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हिंदू धर्म में अग्नि को देवों का मुख बताया गया है अग्निमुखं वै देवाः’ और कहा गया है कि हवन के दौरान पवित्र अग्नि में दी गई आहुति (घी, हवन सामग्री आदि) सीधे देवी-देवताओं तक जाती है. ऐसे में नवरात्रि के नौ दिनों की पूजा में हुई किसी भी भूल-चूक की क्षमा प्रार्थना और देवी के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए महानवमी के दिन हवन किया जाता है, ऐसा करने से माता रानी प्रसन्न होती हैं और घर के सभी लोगों पर उनका आशीर्वाद बना रहता है.
हवन से होता वातावरण की शुद्धि और आती है सकारात्मक ऊर्जा
घर में हवन कराने से घर के वातावरण की शुद्धि होती है और सकारात्मक ऊर्जा आती है, क्योंकि हवन आम की लकड़ी, कपूर, घी और विभिन्न प्रकार की जड़ी-बूटियों से किया जाता है. इसके अलावा हवन के धुंए से वातावरण में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस को नष्ट हो जाते है
हवन करने के लिए जरूरी सामग्री लिस्ट
घर में हवन कराने के लिए एक छोटा हवन कुंड, आम की लकड़ी, गाय का शुद्ध घी, कपूर, अक्षत, हवन सामग्री (जौ, काले तिल, चावल, शक्कर आदि का मिश्रण), और एक सूखा नारियल या गोला बेहद जरूरी होता है, ध्यान रहे कि पूजा शुरू करने से पहले इन सभी सामग्रियों को एक स्थान पर एकत्रित कर लें, ऐसा करने से आप बिनी किसी बाधा के आसानी से हवन कर सकते हैं.
घर में हवन करने की सरल विधि
घर में हवन करने के लिए सबसे पहले हवन कुंड को घर के साफ स्थान पर स्थापित करें. इसके बाद आम की लकड़ियों को व्यवस्थित ढंग से रखकर कपूर की सहायता से अग्नि प्रज्ज्वलित कर दें. साथ ही गणेश जी और नवग्रहों का ध्यान करते हुए घी से आहुति दें. फिर पूजा के दौरान मां दुर्गा के नवार्ण मंत्र ‘ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे स्वाहा’ का 108 बार जाप करते रहे और हवन में घी और सामग्री की आहुति दें. इसके बाद अंत में एक सूखे गोले में छेद कर उसमें घी भरकर पूर्ण आहुति दे दें, आरती करें और नवरात्रि के नौ दिनों की पूजा में हुई किसी भी भूल-चूक की क्षमा प्रार्थना करें.
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है. पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें. इन खबर इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है.

