Sawan 2025 : सावन का महीना भगवान की भक्ति और पूजा-पाठ के लिए सबसे खास माना जाता है। इस पवित्र महीने में शिवजी की आराधना तो हर जगह होती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस समय “नारायण कवच” (Narayan Kavach) का पाठ भी बहुत असरदार माना गया है?
आइए, नारायण कवच के बारे में विस्तार से जानते हैं
नारायण कवच क्या है? (What is Narayan Kavach?)
नारायण कवच श्रीमद्भागवत महापुराण का हिस्सा है। इसे भगवान विष्णु के नामों और शक्तियों से बना एक दिव्य कवच कहा जाता है। यह पाठ न सिर्फ शारीरिक बीमारियों से रक्षा करता है, बल्कि मन और आत्मा को भी मजबूत बनाता है।
सावन में क्यों करें यह पाठ?
सावन का महीना भगवान की कृपा पाने का समय होता है। इस दौरान वातावरण शुद्ध होता है, लोग पूजा-पाठ में लगे रहते हैं और मन भी शांत रहता है। ऐसे में “नारायण कवच” का पाठ करने से इसका असर और भी तेज होता है। कहा जाता है कि इस समय भगवान जल्दी खुश होते हैं और भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं।
पाठ का असर क्या है ?
इस पाठ में भगवान विष्णु के सभी रूपों की स्तुति की जाती है।
यह शरीर के हर अंग यानी सिर से लेकर पांव तक को सुरक्षा देता है।
मानसिक तनाव, डर, शारीरिक रोग और नेगेटिव एनर्जी से बचाता है।
इस पाठ को रोज सुबह-सुबह किया जाए तो पूरे दिन पॉजिटिविटी बनी रहती है।
रोगों से कैसे मिलेगी मुक्ति?
जो लोग लंबे समय से किसी बीमारी से परेशान हैं, उनके लिए यह पाठ बहुत लाभदायक है। कहते हैं कि अगर कोई व्यक्ति 21 दिनों तक लगातार “नारायण कवच” का पाठ करता है, तो उसे राहत मिलती है। कई लोगों को कैंसर, अस्थमा, डायबिटीज और मानसिक बीमारी जैसी गंभीर समस्याओं में भी फायदा मिला है।
कैसे करें पाठ?
सुबह स्नान कर साफ कपड़े पहनें।
एक शांत जगह पर बैठें और भगवान विष्णु का ध्यान करें।
पूरे श्रद्धा और विश्वास के साथ “नारायण कवच” का पाठ करें।
पाठ के बाद विष्णु भगवान को फूल और तुलसी अर्पित करें।
कौन कर सकता है यह पाठ?
यह पाठ कोई भी कर सकता है। बस मन में सच्ची श्रद्धा होनी चाहिए। अगर खुद नहीं कर सकते तो किसी विद्वान पंडित से भी पाठ करवाया जा सकता है।
Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इन खबर इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।

