Premaanand Maharaj On Karwa Chauth: करवा चौथ (Karwa Chauth) हिंदू धर्म (Hindu Religion) का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसे विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना के लिए पूरे श्रद्धा और प्रेम के साथ मनाती हैं. इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत (Dry Fast) रखती हैं और रात में चंद्रमा के दर्शन कर अपने पति के हाथों से पहला निवाला लेकर व्रत खोलती हैं. इस साल यह व्रत 10 अक्टूबर को मनाया जाएगा.
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल (Viral Video) हुआ है, जिसमें लोकप्रिय साधु प्रेमानंद महाराज इस व्रत को लेकर महिलाओं के सवालों का जवाब देते नजर आए. वीडियो में एक महिला उनसे पूछती है कि करवा चौथ व्रत (Karwa Chauth Vrat) का असली उद्देश्य क्या है और क्या इससे पति की उम्र सच में लंबी होती है.
प्रेमानंद महाराज (Premaanand Ji Maharaj) ने स्पष्ट किया, “ये तो गांव-गली की मान्यताएं हैं. कोई भी अनुष्ठान किसी की मृत्यु को नहीं बदल सकता. विधाता ने जो लिखा है, वही होगा. किसी व्यक्ति की उम्र या मृत्यु का समय पहले से तय होता है और कोई पूजा-पाठ उसे बदल नहीं सकता.”
व्रत रखना प्रभावी है या नहीं
जब महिला ने आगे पूछा कि क्या पति और पुत्र की लंबी उम्र के लिए व्रत रखना प्रभावी है, तो महाराज ने कहा, “व्रत एक छोटा सा सपोर्ट सिस्टम होता है. जैसे अगर किसी व्यक्ति की उम्र 10 साल है और इस दौरान कोई विपत्ति या बीमारी आने वाली है, तो मां का व्रत उस संकट को हल्का कर सकता है. लेकिन, अगर मृत्यु का निश्चित समय आ गया है, तो कोई व्रत उसे नहीं रोक सकता.”
‘मृत्यु का समय निश्चित है’
प्रेमानंद महाराज ने यह भी बताया कि यदि मृत्यु का समय निश्चित नहीं है, तो महामृत्युंजय मंत्र का जाप संकट को टालने में मदद कर सकता है. लेकिन, विधि ने अगर मृत्यु तय कर दी है, तो मंत्र भी उसे टाल नहीं सकता.
व्रत के पीछे की वास्तविकता
प्रेमानंद महाराज की यह बातें न केवल व्रत के पीछे की वास्तविकता को उजागर करती हैं, बल्कि यह भी बताती हैं कि आस्था और कर्म का संतुलन जीवन में कितना महत्वपूर्ण है. सालों से कई मशहूर हस्तियां जैसे विराट कोहली- अनुष्का शर्मा, मीका सिंह, आशुतोष राणा, हेमा मालिनी और रवि किशन भी आशीर्वाद लेने उनके पास पहुंच चुके हैं.

